राजस्थान चुनाव में भाजपा को जीत मिली है। पार्टी ने सीएम उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया था। कई नेताओं के नाम CM पद की रेस में लिए जा रहे हैं। इनमें एक राजकुमारी दीया कुमारी हैं।
दीया कुमारी पूर्ववर्ती जयपुर शाही परिवार की सदस्य हैं। वह सांसद हैं। उन्हें पार्टी ने विद्यानगर से चुनाव मैदान में उतारा था। दीया ने 60 हजार वोटों से जीत हासिल की है।
दीया कुमारी जयपुर रियासत के अंतिम शासक महाराजा मान सिंह द्वितीय की पोती हैं। उनकी पहचान "जयपुर की बेटी" और "सड़कों पर चलने वाली राजकुमारी" के रूप में भी है।
दीया कुमारी 2013 में भाजपा में शामिल हुईं थी। उन्होंने 3 चुनाव जीते हैं। वह 2013 में सवाई माधोपुर से विधानसभा की सदस्य बनीं। 2019 के लोकसभा चुनाव में राजसमंद से सांसद चुनी गईं।
दीया कुमारी को भाजपा की सीनियर नेता वसुंधरा राजे के विकल्प के रूप में देखा जा सकता है। चर्चा है कि राजे को सीएम नहीं बनाए जाने की स्थिति में दीया को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह मुख्यमंत्री बनेंगी, दीया कुमारी ने कहा, "इस सवाल का कोई मतलब नहीं है। ऐसे मामलों का फैसला भाजपा आलाकमान करता है।"
दीया कुमारी पर्यावरण, शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण के लिए आवाज उठाती रहीं हैं। उन्हें 2019 में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण के सदस्य के रूप में सेवा देने के लिए चुना गया था।