राजस्थान के जयपुर का अक्षरधाम मंदिर अपनी बेहतरीन वास्तुकला, सफेद पत्थर की मूर्तियों और भव्यता के लिए प्रसिद्ध है। दुनिया के दूसरे सबसे बड़े इस हिंदू मंदिर की जानें अन्य विशेषताएं।
जब भी बात राजस्थान की राजधानी जयपुर में घूमने की आए और आप जयपुर के अक्षरधाम मंदिर में ही घूमने के लिए नहीं जा पाएं, ऐसा कभी हो नहीं सकता।
राजस्थान में वास्तुकलाऔर मूर्तियों के लिए मशहूर अक्षरधाम मंदिर का पूरा नाम स्वामी लक्ष्मी नारायण अक्षरधाम मंदिर है। ये दुनिया का दूसरे सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है।
इस मंदिर का निर्माण BAPS के द्वारा करवाया गया है। जहां पर रोजाना हजारों लोग दर्शन करने के लिए आते हैं।
लाल पत्थर से बना यह मंदिर सुबह और रात के समय चमकता हुआ नजर आता है। इतना ही नहीं रात के समय यहां विशेष लाइटिंग की जाती है।
जन्माष्टमी जैसे पर्व पर यहां लाखों लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। इस मंदिर की दीवारों पर काफी बेहतरीन चित्रकारी की गई है।
इतना ही नहीं यहां पर भगवान नारायण की मूर्ति भी सफेद पत्थर की बनी है जो हमेशा आपको अलग ही चमक में नजर आएगी।
जयपुर का ये अक्षरधाम मंदिर कोई प्राचीन मंदिर नहीं है। इसे 20वीं सदी के अंत और 21वीं सदी की शुरुआत के बीच बनाया गया था। इसका मुख्यालय अहमदाबाद (श्री स्वामीनारायण मंदिर) में है।