कौन हैं भीलवाड़ा की डिप्टी कलेक्टर मेधा: जिन्हें एक दर्द ने बनाया IAS
Rajasthan Apr 20 2025
Author: Arvind Raghuwanshi Image Credits:social media
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इरादे मजबूत हो तो सब सरल हो जाता है
UPSC देश की सबसे कठिन परीक्षा है, लेकिन लक्ष्य स्पष्ट हो और इरादे मजबूत हों, तो कुछ भी नामुमकिन नहीं। इसका बेहतरीन उदाहरण हैं मेधा आनंद, जो रेलवे की नौकरी करते हुए IAS बन गईं।
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रेलवे में बन गईं थीं बडी़ अफसर
2019 में मेधा ने UPSC परीक्षा में 311वीं रैंक हासिल की और भारतीय रेलवे में (IRTS) में चयनित हुईं। लेकिन मेधा का सपना सिर्फ सिविल सेवा में जाना नहीं था, वो IAS बनना चाहती थीं।
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दिन में नौकरी और रात में करती पढ़ाई
मेधा दोबारा से परीक्षा की तैयारी शुरू की। दिन में ऑफिस का काम और रात में पढ़ाई करतीं। समर्पण रंग लाया और साल 2023 की UPSC परीक्षा में उन्होंने शानदार 13वीं रैंक हासिल की।
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एक जिद और पास कर ली UPSC परीक्षा
मेधा की यह उपलब्धि सिर्फ एक रैंक नहीं है, यह उस जिद और लगन की मिसाल है जो हर UPSC उम्मीदवार के अंदर होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि उनके इस सफर में परिवार बड़ी ताकत रही।
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भीलवाड़ा में डिप्टी कलेक्टर हैं मेधा
आईएएस मेघा आनंद को इसी सप्ताह भीलवाड़ा का सहायक कलेक्टर (डिप्टी कलेक्टर) लगाया गया है। 2016 बैच के आईएएस जसमीत सिंह संधू भीलवाड़ा के कलेक्टर हैं।
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जब नौकरानी का दुख को बनाया ताकत
मेधा का कहना है कि उनके घर पर काम करने वाली नौकरानी हमेशा परेशान रहती थी। वह कहती महिलाओं का जीवन बड़ा दुखदायी है। बस तभी ठान लिया कि कुछ ऐसा किया जाए जो इनकी समस्या सुलझा सके।