राजस्थान का एक छोटा सा गांव देवमाली इस वक्त पूरे देश में चर्चा में बना हुआ है। वजह पर्यटन मंत्रालय ने इसे बेस्ट टूरिस्ट विलेज घोषित किया है ।
अजमेर के नजदीक ब्यावर जिले के मसूदा खंड में स्थित देवमाली गांव में भगवान देवनारायण की पूजा होती है। जिसकी कुल आबादी 500 के करीब है।
भगवान देवनारायण गुर्जर समाज के देवता है, गांव में अभी भी उन चार नियमों का पालन किया जाता है , जो गांव बसने से पहले बनाए गए थे।
देवमाली गांव में लोग कच्चे मकानों में रहते हैं, लोगों का मानना है कि अगर कोई पक्का घर बनाता है, तो उससे देवी-देवता नाराज हो जाते हैं।
मान्यता है कि एक बार देव नारायण इस गांव में आए थे और उन्होंने लोगों से कहा था कि अगर हमेशा सुख-समृद्धि चाहिए, तो पक्का घर मत बनाना, तभी से करोड़पति भी कच्चे घर में रहते हैं।
जब यह करोड़पति अपने गांव आते हैं तो कच्चे घर में ही रहना पड़ता है। यहां तक की ईंधन के रूप में गैस उपलब्ध होने के बावजूद भी गांव की महिलाएं चूल्हे पर खाना बनाती हैं ।
एक ब्लॉगर ने स्थानीय युवक इस बारे में पूछा तो उनका कहना था गांव में जिन लोगों ने गैस काम में ली थी, उनके बच्चे बीमार पड़ने लगे थे। तो फिर गैस चूल्हे देवनारायण मंदिर में चढ़ा दिए ।
अच्छी बात यह है कि इस गांव में शराब, मांस, और अंडा नहीं खाया जाता। इतना ही नहीं किसी भी घर में एसी और कूलर का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
देवमाली गांव बॉलीवुड की पसंद बनता जा रहा है। कुछ दिन पहले गांव में फिल्म स्टार अक्षय कुमार ने जॉली एलएलबी-3 की शूटिंग की थी, जिसमें गांव के कई लोगों ने काम किया है ।