हम बात कर रहे हैं राजस्थान के उदयपुर जिले के रहने वाले साइकिल राइडर गोविंद खारोल की। जो एक हाथ की दम पर अब तक साइकिल पर हजारों किलोमीटर का सफर तय कर चुका है।
गोविंद का बचपन से ही एक हाथ नहीं है, दूसरे हाथ में सिर्फ 2 उंगलियां हैं, लेकिन साइकिल चलाने का ऐसा जुनून सवार हुआ कि अब तक वो हजारों किलोमीटर सड़कें, ऊंचे-ऊंचे पहाड़ माप चुके।
2 उंगली की दम पर वो इस कदर फोटोग्राफी करता है कि फोटो देखने के बाद हर कोई अचंभित हो उठता है कि आखिरकार दो उंगलियों से बिना कैमरे को स्टेबल किए ऐसी फोटो कैसे क्लिक की जा सकती है।
गोविंद अब तक साइकिल पर उदयपुर से बेंगलुरु और लेह लद्दाख तक भी जा चुका है। गोविंद 1 दिन में 220 किलोमीटर तक साइकिल चला लेते हैं।
गोविंद बताते हैं कि उन्होंने अपनी साइकिल में कई तरह के बदलाव किए हैं। साइकिल में दो अलग से ब्रेक लगवाए हैं जो 1 टायर के नीचे जबकि दूसरा एक पैर के निचले हिस्से में है।
गोविंद के साथ इंडिया टूर पर निकले उदयपुर के 5 से 7 दोस्त भी हैं जिन्होंने अपना एक बिंदास ग्रुप बनाया हुआ है। साथ ही यह पर्यावरण संरक्षण के लिए भी काम करते हैं।
गोविंद ने बचपन में दूसरे लोगों को साइकिल चलाते हुए देखता तो उसका भी साइकिल चलाने का मन होता। जैसे तैसे 5 साल की उम्र में साइकिल चलाने की कोशिश की लेकिन शुरुआत में तो गिरता गया।