28 अगस्त को सावन का अंतिम सोमवार है, लिहाजा वाराणसी के श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में सुबह 8 बजे से ही श्रद्धालुओं की 5 किमी लंबी लाइन लग गई थी
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए सुबह 8 बजे से ही करीब ढाई लाख श्रद्धालुओं की लाइन लग चुकी थी, मंदिर तक जाने वाले रास्ते फुल हो चुके थे
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में दर्शन के लिए हर 8-9 सेकंड में एक श्रद्धालु दर्शन करते देखा गया
सावन के अंतिम सोमवार पर सुबह मंगला आरती के बाद ज्योतिर्लिंग पर फूल-दूध-बेल पत्र चढ़ाने के लिए श्रद्धालु टूट से पड़े
श्रावण के अधिमास में 31 अगस्त को बाबा का वार्षिक झूला श्रृंगार होगा, पिछले 7 सोमवार और एक पूर्णिमा को मिलाकर बाबा के 8 श्रृंगार हो चुके हैं
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग मंदिर में एक है, इसका मौजूदा स्वरूप 1780 में महारानी अहिल्या बाई होल्कर द्वारा स्थापित है
विश्वनाथ मंदिर को इतिहास में कई मुस्लिम शासकों ने बार बार तोड़ा, औरंगज़ेब इस मंदिर को गिराने वाला अंतिम मुस्लिम शासक था, जिसने मंदिर के स्थान पर ज्ञानवापी मस्जिद का निर्माण किया