राम मंदिर के लिए लगभग 350 पिलर्स (स्तंभ) की प्लानिंग है, इनमें से 170 खंभे ग्राउंड फ्लोर पर हैं, हर एक खंभे पर 25 से 30 आकृतियां हैं, ये सभी नागर और अवध के मंदिर शैली की हैं
राममंदिर परिसर में रामायण के तमाम पात्रों जैसे-महर्षि बाल्मीकि, निषाद राज, शबरी माता सहित 7 मंदिर बनाए जाएंगे, इनका निर्माण मार्च, 2024 से शुरू होगा
पिलर पर बड़े-बड़े पत्थर रखना एक चुनौती है, इसके लिए IIT चेन्नई और सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टिट्यूशन रुड़की के वैज्ञानिकों की मदद ली गई
मंदिर की नींव 12 मीटर गहरी है और उसके ऊपर 2 मीटर रॉफ्ट हैं, इसके बाद ग्रेनाइट के प्लिंथ की ऊंचाई लगभग 2.5 मीटर है
राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्रा का दावा है कि राम मंदिर का गर्भगृह दिसंबर, 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगा
मंदिर को इतना भव्य और आधुनिक सुविधाओं से लैस बनाया जा रहा है कि एक बार में 25000 लोग रामलला के दर्शन कर सकेंगे
अयोध्या में राममंदिर की सुरक्षा के लिए विशेष सुरक्षाबल(SSF) के तीन कंपनियों के 280 जवान पहुंच चुके हैं, तीन टुकड़ियां और आएंगी
श्रीराम मंदिर के निर्माण की खुदाई में प्राचीन मंदिर के अवशेष और दुर्लभ मूर्तियां मिली हैं, इसकी जानकारी श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने tweet करके दी
माना जा रहा है कि राम मंदिर के भव्य उद्घाटन के लिए शुभ तारीख 22 जनवरी, 2024 तय कर दी गई है, प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे