प्रयागराज के ठठेरी बाजार में वर्षों से तीसरे दिन होली खेलने के अनोखी परंपरा चली आ रही है। पूरे शहर में यहां तीसरे दिन सिर्फ एक गली में होली के रंग बरसते दिखते हैं।
ठठेरी बाजार से जुड़ी अनोखी परंपरा चली आ रही है। यहां हर साल ऐसे कुंवारे लड़के की बारात निकालते हैं जिसकी शादी नहीं होती रहती है। मानतें है कि ऐसा करने से उसकी शादी तय हो जाती है।
ठठेरी बाजार अंग्रेजों के जमाने का पुराना बर्तन बाजार है। चौक स्थित बाजार में यह गली की मार्केट में जिसमें सिर्फ बर्तन की ही दुकान है।
ठठेरी बाजार की होली के दिन यहां दुकानें तीसरे दिन पूरी तरह से बंद रहती हैं। ठठेरी बाजार की गली के दोनों तरफ बैरिकेडिंग लगी रहती है।
ठठेरी बाजार की इस खास होली में बच्चों से लेकर बड़े तक शामिल होते हैं। सभी एक साथ मिलकर होली खेलते हैं। नाचते-गाते हैं और धमाल मचाते हैं।
ठठेरी बाजार में टैंकर में रंग घोलकर पाइप से होलियारों पर बरसाया जाता है। महिलाएं भी छज्जे से पानी और अबीर गुलाल उड़ाती दिखती हैं।
ठठेरी बाजार में होली के हुड़दंग के बीच कोई अनहोनी न हो इसलिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात रहता है।