कानपुर के कपड़ा व्यापारी मनीष कनोडिया के10th में पढ़ने वाले बेटे कुशाग्र का 30 अक्टूबर को किडनैप- मर्डर कर दिया गया था, इस कांड की मास्टरमाइंड उसकी ट्यूशन टीचर रही रचिता निकली
कुशाग्र की ट्यूशन टीचर रचिता वत्स प्रेमी प्रभात शुक्ला से लवमैरिज करना चाहती थी, इसके लिए पैसा जुटाने कपल ने ये क्राइम किया, मगर बाद में पकड़े जाने के डर से बच्चे का गला घोंट दिया
आरोपियों ने कुशाग्र के घर में एक लेटर फेंका था, इसमें अल्लाह-हू-अकबर लिखते हुए 30 लाख की फिरौती मांगी गई थी, हालांकि यह वारदात CCTV में कैप्चर हो गई थी
कुशाग्र की लाश प्रभात शुक्ला के घर मिली थी, रचिता और प्रभात 4 साल से लव रिलेशन में है, 13 अक्टूबर को कपल कुशाग्र के बर्थडे पर आया था, तभी किडनैपिंग का विचार आया
कुशाग्र किडनैपिंग-मर्डर में प्रभात के पड़ोस में रहने वाला दोस्त शिवा गुप्ता उर्फ आर्यन भी शामिल हो गया था, इसने ही फिरौती का लेटर कुशाग्र के घर पर फेंका था
कुशाग्र की किडनैपिंग को लेकर रचिता-प्रभात इतने कॉन्फिडेंट थे कि उन्होंने एक नई कार भी बुक करा ली थी, आर्यन को पैसों का लालच आ गया था
कुशाग्र की फैमिली को यकीन नहीं हो रहा है कि रचिता इतने बड़े कांड को अंजाम देगी, जबकि उन्होंने प्रॉमिस किया था कि वे रचिता की शादी में 20-25 लाख रुपए तक खर्च कर देंगे
आरोपियों ने कुशाग्र का नारियल की रस्सी से गला घोंट दिया था, उसकी लाश चादर में लिपटी मिली थी, जिस कोठरी में लाश मिली, उसके आसपास 8 फैमिली रहती हैं, लेकिन किसी को भनक तक नहीं लगी