लोकसभा चुनाव 2024 में इस बार उत्तर प्रदेश ने बीजेपी को तगड़ा झटका दिया है। 62 सीटों से घटकर बीजेपी वहां सिर्फ 33 सीटें जीत पाई। यहां तक कि कई दिग्गज मंत्री भी हार गए।
ऐसे में इस बार केंद्र सरकार में यूपी की भागदीरी घटने के साथ ही जातीय समीकरण के मुताबिक, कुछ नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
2019 में UP में भाजपा ने NDA समेत कुल 65 सीटें जीती थीं, वहीं इस बार आंकड़ा 36 तक ही पहुंचा है। माना जा रहा है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में इसी आधार पर UP को भागीदारी मिलेगी।
मौजूदा भाजपा सरकार में पीएम मोदी और अपना दल (S) की अनुप्रिया पटेल समेत उत्तर प्रदेश से कुल 14 मंत्री हैं।
इनमें राजनाथ सिंह, स्मृति इरानी, महेंद्र नाथ पांडेय, वीके सिंह, निरंजन ज्योति, संजीव बालियान, पंकज चौधरी, SP सिंह बघेल, भानु प्रताप वर्मा, कौशल किशोर, बीएल वर्मा और अजय मिश्र हैं।
मोदी समेत सभी 13 मंत्री इस बार भी चुनाव मैदान में उतरे थे। लेकिन इनमें से 7 मंत्री चुनाव हार गए हैं। ऐसे में इस बार हारे मंत्रियों की जगह नए चेहरों को जगह मिल सकती है।
UP से ब्राम्हण चेहरे के तौर पर केंद्र में शामिल रहे महेन्द्र नाथ पांडेय और अजय टेनी चुनाव हार गए हैं। इनकी जगह पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और जितिन प्रसाद को जगह मिल सकती है।
इनके अलावा दलित और OBC में बैलेंस बनाते हुए सतीश गौतम, अनूप बाल्मिकी और SP सिंह बघेल में कोई 2 मंत्री बनाए जा सकते हैं।
दूसरी ओर, ओबीसी चेहरे के तौर भोला सिंह, छत्रपाल गंगवार, पंकज चौधरी और विनोद बिंद में से किसी दो को मंत्री बनाए जाने की खबर है।