चारबाग रेलवे स्टेशन पर पहुंचते ही 'रेवड़ी-रेवड़ी, सुगंधित रेवड़ी, लखनऊ की प्रसिद्ध रेवड़ी' की आवाजें सुनाई देती हैं, जो यात्रियों का ध्यान खींचती हैं।
चारबाग स्थित गुरुनानक मार्केट की गलियों में केवड़ा और गुलाब की महक इस बात का संकेत देती है कि यहां लखनऊ की मशहूर रेवड़ी बन रही है।
रेवड़ी बनाने के लिए सबसे पहले चाशनी तैयार की जाती है, जिसे अरारोट पाउडर पर डाला जाता है और ठंडा होने के बाद खींचा जाता है।
चाशनी को आधे घंटे तक खींचने के बाद, इसे पतली और लंबी डंडियों में बदला जाता है, जिन्हें बाद में काटकर पोटली बनाई जाती है।
रेवड़ी बनाने के अंतिम चरण में तिल डाला जाता है और इसमें केवड़ा, गुलाब, लौंग और इलायची का एसेंस मिलाया जाता है, जो इसके स्वाद को और भी बढ़ा देता है।
इसके अलावा, गुड़ की रेवड़ी भी इसी विधि से बनाई जाती है, जो ठंडे मौसम में खासतौर पर लोगों को आकर्षित करती है।
YouTube पर देखकर शुरू की खेती, फिर मालामाल हो गया यूपी का किसान!
शाम होते ही यूपी के इन जगहों पर मंडराने लगता है भूतों का साया
महाकुंभ से निकाली गई कंजी आंखों वाली लड़की, परिवार ने ही खुद किया बहार
महाकुंभ: क्या महिला नागा साधुओं को नहीं आता है पीरियड्स, जानें रहस्य