USA के मिनेसोटा की महोगनी 2000 में लखनऊ के चारबाग में GRP को लावारिस मिली थीं, 2002 में अमेरिका की कैरोल ब्रांड ने इन्हें गोद लिया था, अब ये असली मां-बाप को ढूंढ़ने भारत आई हैं
महोगनी को जब गोद लिया गया, तब उम्र 5 साल होगी, सिंगल मदर कैरोल ब्रांड का बर्ताव खराब हो गया था, 5 साल पहले कैरोल ने अपनी मौत से पहले महोगनी को गोद लेने वाली बात बताई थी
महोगनी को इतना याद है कि उनका असली नाम राखी था, वे लखनऊ के लीलावती मुंशी अनाथ आश्रम पहुंचीं, GRP से भी मिलीं, महोगनी को उम्मीद है कि मीडिया की मदद से वे अपने मां-बाप को ढूंढ़ लेंगी
महोगनी ने कहा कि असली मां-बाप अगर मिल जाते हैं, तो वे मानेंगी कि उनकी भारत यात्रा सफल रही, वे चाहें तो उनके साथ अमेरिका चल सकते हैं, 9 अक्टूबर को महोगनी का वीजा एक्सपायर हो रहा है
अमेरिका मां ने अपने निधन से पहले महोगनी को उसके बचपन की कुछ तस्वीरें दी थीं, वो उन्हीं की मदद से अपने असली मां-बाप को ढूंढ़ने निकली हैं