झांसी से 70 किमी दूर है गढ़कुंडार का रहस्मयी किला, एक बार किले के बेसमेंट में घूमने गई पूरी बारात गायब हो गई थी, यानी 60 बारात कहां-कैसे अदृश्य हो गए, आज तक पता नहीं चला है
गढ़कुंडार का रहस्यमयी किला उत्तर प्रदेश के झांसी से करीब 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, यह पांच मंजिल का है, तीन मंजिल ऊपर हैं, जबकि दो मंजिल जमीन के नीचे
महाराजा खेत सिंह खंगार ने गढ़कुंडार के किले का निर्माण कराया था, उन्होंने 1182 से 1347 एक छत्र राज किया, इसका प्रमाण पृथ्वीराज रासो में दर्ज है, किला कई युद्धों का गवाह है
गढ़कुंडार MP के टीकमगढ़ जिले का गांव है, इसका नाम यहां स्थित प्रसिद्ध दुर्ग (गढ़) के नाम पर पड़ा, गढ़ कुंडार का प्राचीन नाम गढ़ कुरार है, जो बुंदेला क्षत्रियों की एक समय राजधानी था
अफवाहें हैं कि गढ़कुंडार के किले के भूमिगत भाग में सोना-हीरा भरा पड़ा है, इसी की तलाश में लोग उसमें जाते हैं और फिर बाहर नहीं निकल पाते हैं