महाराष्ट्र की पुणे की ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अब पुलिस ने आज14 जुलाई को उनकी ऑडी कार को जब्त कर लिया है।
पूजा खेडकर की यह ऑडी कार वही है जिसे वह अवैध तरीके से लाल-नीली बत्ती लगाकर घूमती थीं। जांच में सामने आया है कि यह गाड़ी उऩकी नहीं किसी प्राइवेट कंपनी के नाम से रजिस्टर्ड है।
पहला विवाद: पूजा खेडकर ने ट्रेनी के दौरान लग्जरी लाइफ की डिमांड की। उन्होंने कार-बड़ा बंगला, सुरक्षा में पुलिस, निजी स्टॉफ के लिए दफ्तर जैसी चीजों की मांग की थी।
दूसरा विवाद: पूजा ने खुद को ओबीसी बताया, जबकि नियम के अनुसरा पैरेंटस की इनकम 8 लाख से कम होनी चाहिए। लेकिन उनके पिता की वार्षिक आय 40 लाख से ज्यादा है।
तीसरा विवाद: पूजा खेडकर पर फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी लगने का आरोप है। उन्होंने यूपीएससी एग्जाम के दौरान खुद को विकलांग दिखाया है। मेडिकल टेस्ट भी नहीं कराया।
चौथा विवाद: पूजा खेडकर अधिकारी बनने से पहले ही करोड़पति हैं। उनकी पुणे और अन्य कई जगह करोड़ों के प्लॉट-जमीन है। जिनसे उनको सालाना 40 लाख की इनकम होती है।
पांचवा विवाद: पूजा पर आरोप है कि उनके पिता ने बेटी की मांगों को पूरा करने के लिए पुणे के कलेक्टर कर दबाव डाला। वहीं पूजा ने अपने सीनियर अफसर की नेम प्लेट बिना पूछे हाटई।