महाकुंभ में महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि की पेशवाई के रथ पर बैठने के बाद हर्षा रिछारिया पूरे भारत में छा गईं। उन्हें महाकुंभ की सबसे खबसूरत साध्वी तक कहा जाने लगा।
जब विवाद बढ़ा तो एक दिन बाद ही हर्षा रिछारिया ने कह दिया कि वह साध्वी नहीं बनी हैं, ना ही उन्होंने सन्यांस लिया है। हां कैलाशानंद जी महाराज से दीक्षा जरूर ली है।
अब हर्षा के माता-पिता सामने आए हैं। उन्होंने कहा-वह बेटी की शादी करने जा रहे हैं। जल्द ही उसको दुल्हन बनाएंगे। बेटी पर साध्वी का टैग गलत लगाया गया है।
मीडिया ने जब माता-पिता से पूछा कि हर्षा की शादी कब हो रही है, उनका दूल्हा कौन होगा, तो उन्होंने कहा-अभी पूरी जानकारी नहीं दे सकते हैं। समय आने पर सब पता चल जाएगा।
हर्षा की मां मां किरण ने कहा-उनकी बेटी का बचपन से ही अध्यात्म में रुझान रहा है। वह स्कूल जाने से पहले रोजाना पूजा-पाठ करके ही स्कूल जाती थी और उसके बाद ही कुछ खाती थी।
पिता दिनेश रिछारिया ने कहा-आज के समय में बच्चे जन्मदिन पर पार्टिया करते हैं, लेकिन हर्षा मंदिर जाती है, हवन और पूजा करती है। वहीं बर्थडे मनाती है।
पिता ने कहा-मेरी आर्थिक हालत ठीक नहीं थी, इसलिए हर्षा ने 19 साल की उम्र में ही मॉडलिंग और एंकरिंग शुरू कर दी, जिससे वह मेरी मदद कर सके।
हर्षा रिछारिया मध्य प्रदेश के भोपाल की रहने वाली हैं। हालांकि मुंबई के बाद वह उत्तराखंड में रहती हैं। वह पीले वस्त्र, रुद्राक्ष माला और तिलक लगाती हैं। उन्होंने BBA किया है।