महाकुंभ का पहला अमृत स्नान शुरू हो चुका है। हाथों में तलवार-त्रिशूल, डमरू। पूरे शरीर पर भभूत। घोड़े और रथ की सवारी। हर-हर महादेव का उद्घोष करते हुए नागा साधु-संत संगम पहुंच रहे हैं।
नागा साधुओं की पहले शाही स्नान की यह पहली तस्वीरें सामने आई हैं। जहां सूर्य की किरण निकलने से पहले उन्होंने हर-हर महादेव जयघोष के साथ डुबकी लगाई।
नागा साधुओं की पहले शाही स्नान की यह पहली तस्वीरें सामने आई हैं। जहां सूर्य की किरण निकलने से पहले उन्होंने हर-हर महादेव जयघोष के साथ डुबकी लगाई।
नागा साधुओं ने अमृत स्नान से पहले अपने पूरे शरीर पर भभूत लगाई, फिर घोड़े और रथ पर सवार होकर हर-हर महादेव का उद्घोष करते हुए संगम पहुंचे
बता दें कि निर्वाणी-निरंजनी से लेकर जूना अखाड़े के संत जब स्नान करने के लिए निकले तो महाकुंभ में पहुंचे करोड़ों भक्त एकटक देखते रह गए।
गंगानगरी में अमृत स्नान से पहले नागा साधुओं ने धर्म ध्वज को प्रणाम किया फिर मां गंगा में आस्ता की डुबकी लगाई।
पहले अमृत स्नान के पर्व पर नागा साधुओं का विहंगम रूप देखने और आस्था की डुबकी लगाने के लिए इतनी संख्या में श्रद्धालु पहुंच गए कि पैर रखने की जगह नहीं थी।
प्रयागराज महाकुंभ में पहुंचे यह निर्वाणी अखाड़ा का बाल नागा संन्यासी हैं, जिन्होंने पहले अमृत स्नान पर डुबकी लगाई है। लोग उनको नारायण का रूप मानते हं।