माफिया मुख्तार अंसारी के वकील ने 20 मार्च को आरोप लगाया कि मुख्तार को 19 मार्च को जेल के खाने में जहर दिया गया।
24 मार्च को इस आरोप के बाद शासन के निर्देश पर लापरवाही के आरोप में दो डिप्टी जेलर समेत तीन को निलंबित कर दिया गया।
तड़के 3 बजे अचानक से मुख्तार अंसारी के पेट में दर्द उठा, सुबह 5.30 बजे उसे एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। शाम 6.30 बजे मेडिकल कॉलेज से वापस मंडलीय कारागार भेजा गया।
मुख्तार अंसारी के परिजनों ने बांदा एमपी-एमएलए कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर उसकी हत्या की साजिश का गंभीर आरोप लगाया। शाम को कोर्ट ने जेल प्रशासन से मुख्तार की हेल्थ रिपोर्ट मांगी।
दोपहर 2.30 बजे के करीब मुख्तार को फिर परेशानी हुई। करीब 3.30 बजे डॉक्टरों ने चेकअप किया। शाम 5 बजे एडीएम राजेश कुमार, 7.30 बजे डीएम-एसपी जेल पहुंचे और जानकारी ली।
रात 8.15 बजे एंबुलेंस से मुख्तार को बेहोशी की हालत में मेडिकल कॉलेज भेजा गया। 8.30 बजे मेडिकल कॉलेज में आईसीयू में इलाज शुरू हुआ। 9.20 बजे सीसीयू में शिफ्ट किया गया।
देर रात 10.30 बजे प्रशासन ने मुख्तार अंसारी की मौत की खबर दी। रात 11 बजे कमिश्नर-DIG मेडिकल कॉलेज पहुंच गए और 12.30 बजे उसके शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया।