Author: Akshansh Kulshreshtha Image Credits:Our own
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ऐतिहासिक आयोजन है महाकुंभ 2025
महाकुंभ 2025 का शुभारंभ 13 जनवरी से हो रहा है। यह भव्य आयोजन हर 12 वर्षों में एक बार होता है, जो करोड़ों श्रद्धालुओं को प्रयागराज की पवित्र भूमि पर आकर्षित करता है।
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रात में संगम का गजब नज़ारा
संगम घाटों पर नावों की सजावट और रात में रोशनी का मनमोहक दृश्य हर किसी को आकर्षित कर रहा है। ऐसा लगता है जैसे आसमान से सितारे संगम पर उतरकर तैर रहे हों।
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रंग-बिरंगी रोशनी और झंडे
नावों पर रंग-बिरंगी रोशनी और झंडों की सजावट इस बार महाकुंभ को और भी यादगार बना रही है। रात के समय संगम किनारे की रौनक देखने लायक है।
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महाकुंभ की तैयारियां
संगम घाटों पर विशेष इंतजाम किए गए हैं। स्नान घाटों को पूरी तरह से तैयार किया गया है और मेला क्षेत्र में जरूरी सुविधाएं पूरी की जा रही हैं।
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प्रशासन का लक्ष्य
प्रशासन का लक्ष्य 10 जनवरी तक सभी कार्यों को समाप्त करना है। संगम में स्वच्छता बनाए रखने के लिए विशेष सफाई अभियान चलाए जा रहे हैं।
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प्रयागराज मेला प्राधिकरण की पहल
प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पर्यावरण के अनुकूल कदम उठाए हैं, जिसमें वाई-फाई, मोबाइल टॉयलेट, स्वास्थ्य सेवाएं और पानी की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
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संगम पर तैरते तारों का नजारा
नावों की कतार में झंडों की सजावट, टिमटिमाती रोशनी और नावों के प्रतिबिंब ने एक ऐसा दृश्य प्रस्तुत किया है जिसे देखकर हर कोई अभिभूत हो रहा है।
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श्रद्धालुओं का उत्साह और सांस्कृतिक धरोहर
महाकुंभ 2025 का यह आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि प्रयागराज की सांस्कृतिक धरोहर को भी उजागर करता है। संगम पर तैरते तारों का दृश्य सभी को मंत्रमुग्ध कर रहा है।