लड़कों और लड़कियों को लेकर समाज की अलग-अलग राय होती है। हर कोई अपने हिसाब से दोनों की तुलना करता है। अब चैटजीपीटी ने बताया है कि दोनों में से कौन ज्यादा इंटेलिजेंट है।
मनोबल और बुद्धिमत्ता में लड़के और लड़कियों में कोई विशेष अंतर नहीं है। ये उनके स्वभाव और शिक्षा पर निर्भर करता है। हर किसी में अपने विचारों, क्षमताएं और रुचियां होती हैं।
रिसर्च और साइंस के मुताबिक, लड़के-लड़कियों की ब्रेन कैपेसिटी में खास अंतर नहीं है। दोनों में समर्थन, समस्या समाधान, लॉजिकल थिंकिंग और उच्च आदर्शों को समझने में समान क्षमता है।
लड़के हो या लड़कियां हर किसी के दिमाग की संरचना एक जैसी होती है। इंसानी दिमाग 3 मुख्य भागों में बंटा है। मस्तिष्क (Brainstem), मध्यभाग (Cerebrum) और सेरेबेलियम (Cerebellum).
मस्तिष्क का काम बुद्धिमत्ता और सामंजस्य को नियंत्रण करना है। मध्यभाग अलग-अलग क्षमताओं को समर्थन करता है और सेरेबेलियम शारीरिक समता-स्थिरता के लिए जिम्मेदार होता है।
इंसानी दिमाग के कामों में कम्युनिकेशन, थिंकिंग, मेमोरी और लर्निंग जैसी कई क्षमताएं हैं। जबकि न्यूरॉन्स और सिनैप्स के जरिए इसमें गहरी और बेहतर समझ आती है।
दिमाग में मेन काम न्यूरॉन्स सेल्स के है, जो इलेक्ट्रिकल-केमिकल सिग्नल्स से जानकारी ट्रांसमिट करते हैं। न्यूरॉन्स में संवाद सिनैप्स से होता है।