मोबाइल में एक्सेस किए गए ऐप्स को माइक्रोफोन एक्सेस की परमीशन दी है तो आपकी पर्सनल डिटेल और बातें लीक हो सकती हैं। कोई इनको हैक कर आपको ब्लैकमेल कर सकता है।
मोबाइल में माइक्रोफोन सेटिंग ऑफ करने सेटिंग में प्राइवेसी ऑप्शन जरूरी है। यहां माइक्रोफोन की डिटेल्स मिलेगी। इसमें माइक्रोफोन या दूसरे सेंसर की परमिशन ब्लॉक या रिमूव कर सकते हैं।
कई सारे ऐप्स को डाउनलोड करते समय हम बिना सोचे माइक्रोफोन और कैमरा एक्सेस की परमीशन भी दे डालते हैं। यह करना अपने मोबाइल की प्राइवेसी को खतरे में डालने जैसा है।
गूगल में वॉयस असिस्टेंट फीचर होता है जिसके लिए उसे माइक्रोफोन एक्सेस की परमिशन देनी होती है। गूगल वॉयस कमांड सुनता है। वॉयस टू स्पीच फीचर में भी माइक्रोफोन की परमीशन देनी होती है।
मोबाइल में स्मार्ट स्पीकर्स भी पर्सनल डिटेल्स लीक कर सकते हैं। Amazon Echo डिवाइस पर आपको माइक्रोफोन जैसा बटन दिखेगा। इसे क्लिक करके आप माइक्रोफोन को ऑफ कर सकते हैं।
फेसबुक भी यूजर्स से कभी-कभी माइक्रोफोन का एक्सेस मांगता है। यह वीडियो चैटिंग और टेक्स्ट टू स्पीच के लिए माइक्रोफोन का एक्सेस मांगता है।