इंदौर की रहने वाली असमी जैन की उम्र 20 साल है। उन्होंने एप्पल स्विफ्ट स्टूडेंट चैलेंज जीता है। तकनीकी के क्षेत्र असमी जैन के कई सपने हैं।
एप्पल स्विफ्ट स्टूडेंट्स चैलेंज जीतने के बाद असमी ने ट्वीटर पर एप्पल कंपनी का धन्यवाद किया है। उन्होंने लिखा कि एप्पल न्यूजरूम में नाम आने पर वे बहुत एक्साइटेड हैं।
एप्पल WWDC23 स्विफ्ट स्टूडेंट चैलेंज जीतकर इंदौर की असमी ने कमाल किया है। 20 साल की अस्मी जैन ने स्विफ्ट कोडिंग लैंग्वेज का यूज कर ओरिजनल ऐप बनाने में सफलता पाई है।
ऐपल के वर्ल्डवाइड डेवलपर रिलेशंस के वाइस प्रेसीडेंट सुसान प्रेस्कॉट ने अस्मी जैन को बधाई दी। स्विफ्ट स्टूडेंट चैलेंज में आने वाले यूथ डेवलपर्स के टैलेंट की जमकर तारीफ की है।
इंदौर के मेडी कैप्स यूनिवर्सिटी में अस्मी जैन को पता चला कि उसके फ्रेंड के अंकल के ब्रेन की सर्जरी करनी पड़ी थी। उन्हें फेस पैरालाइसिस था, यहीं से अस्मी को प्रेरणा मिली।
मध्यप्रदेश के इंदौर की रहने वाली असमी जैन ने एप्पल स्विफ्ट स्टूडें चैलेंज जीता है। असमी जैन ने ऐसा ऐप डेवलप किया है जिसे कई तरह की आई कंडीशन वाले लोग भी उपयोग कर सकते हैं।
इंदौर की रहने वाली असमी जैन की यह उपलब्धि युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है। असमी ने कहा कि यदि सही लक्ष्य के साथ काम किया जाए तो कोई भी कार्य मुश्किल नहीं होता है।
अस्मी जैन का लक्ष्य है कि वे ऐसा ऐप बनाएं जिससे चेहरे की सभी मांसपेशियां स्ट्रॉन्ग हो सके। उन्होंने उम्मीद जताई कि उनका ऐप एक दिन मेडिकल इक्विपमेंट की तरह काम कर सकता है।