इजरायल और फिलिस्तिन ग्रुप हमास की लड़ाई के बीच इजरायल के विदेश मंत्रालय ने दावा किया है कि दुनिया के करीब 84 देश उनके समर्थन में हैं। उन्होंने हमास की कड़ी निंदा की है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल का साथ दिया है। उन्होंने अमेरिकी जहाजों और जंगी जहाजों को इजरायल की सीमा पर तैनात करने का आदेश देकर सैन्य सहायत भेजी है।
अमेरिका के अलावा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भी इजरायल के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से बात कर अपना पूरा समर्थन दिया है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने इजरायल पर हमले की निंदा की और फ्रांस का पूरा समर्थन बताया। उन्होंने इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बातचीत की है।
ऑस्ट्रेलिया भी इजरायल को समर्थन देते हुए गाजा पट्टी पर हमले को सही बताया है। नॉर्वे ने इजरायली नागरिकों पर फिलिस्तिन हमलों की निंदा कर इजराइल को समर्थन दिया है।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हमास हमले की निंदा करते हुए इजराइल के साथ एकजुटता से खड़े होने की बात कही है। कनाडा ने भी इजराइल का साथ दिया है।
दुनिया के पावरफुल देशों के अलावा ऑस्ट्रिया, जर्मनी, पोलैंड, स्पेन और यूरोपीय संघ समेत कई देश इजराइल के समर्थन में हैं। उन्होंने इजराइल की जवाबी कार्रवाई को सही ठहराया है।
इजराइल पर हमले के बाद चरमपंथी संगठन हमास के समर्थन में भी कई देश आए हैं। ईरान के अलावा अफ़्रीकी नेशनल कांग्रेस, यमन में हूथी विद्रोहियों ने हमास के हमलों को सही बताया है।
सऊदी अरब ने इस जंग को तत्काल रोकने की अपील की है। 2012 से हमास के राजनीतिक कार्यालय की मेजबानी करने वाले कतर ने फिलिस्तीन में हिंसा के लिए इजराइल को जिम्मेदार बताया है।