प्रेम और संभोग के समय ही दो सांप एक ही जगह पर होते हैं, हालांकि वे साथ नहीं चलते हैं। अगर ऐसा हुआ तो बड़ा सांप छोटे को मारकर खा सकता है।
जितने भी सरीसृप होते हैं वे डेयरी प्रोडक्ट्स को पचा नहीं सकते हैं। इसलिए वे दूध नहीं पीते हैं लेकिन अगर उन्हें प्यास लगी है तो वे कुछ भी पी सकते हैं।
कई देशों में इस बात को माना जाता है। सिर काटने के बाद कुछ समय के लिए सांप का शरीर हरकत करता है लेकिन सूर्यास्त तक जिंदा रहने वाली बात में सच्चाई नहीं है।
सांप अगर किसी को निगल ले तो वो अंदर जाकर उसके पाचक रसों के कारण मर जाएगा। इसलिए वे अपने बच्चों को निगलते हैं ये बात सिर्फ मिथक ही है।
सांपों का कोई सामाजिक रिश्ता नहीं होता। वे हमला करने वाले को भी पहचान नहीं पाते हैं। उनकी याददाश्त भी तेज नहीं होता। फिल्मों से ही ऐसा भ्रम फैला है।
सांप के कान बाहर की तरफ नहीं होते लेकिन आंतरिक कान से वे जमीन से पैदा हल्के से हल्का कंपन भी महसूस कर लेते हैं।
सांप विषैले होते हैं लेकिन हर सांप जहरीले नहीं होते हैं। धरती पर पाए जाने वाले 40 प्रतिशत सांप जहरीले नहीं होते हैं।