अमेरिका की Elisabeth Anderson दो बच्चों की मां हैं। अब तक हजारों बच्चों को पालन-पोषण कर चुकी हैं। कई प्रिमेच्योर बेबी की जान भी बचा चुकी हैं।
गिनीज बुक के अनुसार, 20 फरवरी 2015 से 20 जून 2018 तक एंडरनस एक मिल्क बैंक में 1,600 लीटर ब्रेस्ट मिल्क दान कर चुकी हैं। जो रिकॉर्ड है।
एलिजाबेथ ने बताया 9 साल से इस काम में जुटी हैं और अब तक 10,350 लीटर ब्रेस्ट मिल्क दान कर चुकी हैं। सिर्फ जरूरतमंद को ही मिल्स डोनेट करती हैं।
एंडरसन ने बताया, पहले वह ज्यादातर दूध फेंक देती थी, पर उन्हें लगा इसका सही यूज हो सकता है और इससे कई बच्चों की जान बच सकती है।
दूसरी बेटी के एक हफ्ते बाद से उन्होंने अपना दूध दान करना शुरू किया। हर दिन पंप से 6 लीटर दूध निकालती, पैक करती, मिल्क बैंक में डोनेट कर देती हैं।
हाइपरलैक्टेशन सिंड्रोम से एलिजाबेथ में अधिक दूध बनता है। यह ऐसी स्थिति है, जिसमें ढेर सारा ब्रेस्ट मिल्क बनता है, ओवरफ्लो की स्थिति भी बन जाती है।
एंडरसन ने कहा, उनका शरीर प्रोलैक्टिन नाम का बहुत हार्मोन बनाता है। यही दूध उत्पादन को बढ़ाता है। हालांकि, यही एकमात्र कारण नहीं है।
एंडरसन ने बताया कि वह और भी ज्यादा ब्रेस्ट मिल्क डोनेट करना चाहती हैं। अगर पंप करना जानती तो और भी दूध निकाल सकती हैं।