हमास-इजराइल युद्ध को 75 दिन से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन जंग अब भी जारी है। इसी बीच, इजराइल के डॉक्टरों ने दावा किया है कि गाजा से रिहा की गई 30 महिला बंधकों संग रेप हुआ था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायल-हमास के बीच 7 दिन का सीजफायर समझौता इसीलिए टूट गया क्योंकि हमास ने महिला बंधकों को रिहा करने से इनकार कर दिया था।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के मुताबिक, हमास नहीं चाहता था कि इन महिला बंधकों के साथ हुई यौन हिंसा का पता दुनिया को चले।
कई रिपोर्ट्स में इस तरह का दावा किया गया है कि हमास के आतंकियों ने इजराइल की महिला बंधकों के साथ सेक्शुअल हैरेसमेंट किया है।
UN में इजरायल के राजदूत गिलाड एर्दान पहले ही कह चुके हैं कि हमास ने रेप और यौन हिंसा का इस्तेमाल हथियारों की तरह किया। लेकिन इस ज्यादती पर ज्यादातर संस्थाएं चुप रहीं।
इजरायल के राजदूत गिलाड एर्दान के मुताबिक, मैं साढ़े तीन साल से UN में इजरायल का प्रतिनिधि हूं, लेकिन मैंने कभी UN की एजेंसियों का ऐसा बर्ताव नहीं देखा।
बता दें कि इजरायली सेना ने सबूत के तौर पर म्यूजिक फेस्ट में हमास के हमले से बचे लोगों की गवाही के वीडियो भी शेयर किए थे।
वहीं, इजरायल के महिला बंधकों से रेप के आरोपों को हमास ने सिरे से खारिज कर दिया है। हमास का कहना है कि ये यहूदियों का फैलाया झूठ है, ताकि वो फिलिस्तीनी आंदोलन को बदनाम कर सकें।
बता दें कि इजराइल-हमास युद्ध में अब तक 20 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 50 हजार से ज्यादा लोग घायल हैं।