World news

क्या एक बार फिर टूटेगा पाकिस्तान,जानें क्यों हो रही अलग मुल्क की मांग?

Image credits: Getty

पाकिस्तान में अलग मुल्क की मांग

पाकिस्तान में सिंधुदेश की मांग तेज होने लगी है। सिंध प्रांत के मूल निवासी अलग मुल्क की मांग कर रहे हैं। ये मांग आज की नहीं बल्कि 7 दशक पहले जब पाकिस्तान बना था, तब से चल रहा है।

Image credits: Getty

सिंध प्रांत के लोगों का क्या कहना है

मूल निवासियों का कहना है कि उनके घर में लोगों को अवैध तरीके से घुसाया जा रहा है। इसे रोकने जे सिंध फ्रीडम मूवमेंट (JSFM) ने 4 दिसंबर को नेशनल सिंधी कल्चरल डे पर प्रदर्शन किया था।

Image credits: Adobe Stock

पाक सेना पर गंभीर आरोप

पॉलिटिकल पार्टी JSFM का प्रदर्शन कराची, कोटरी, टांडो जाम, कंडियार और सहावान शहरों में देखने को मिला। उनका आरोप है कि पाकिस्तानी सेना ने उनके अपने लोगों को किडनैप कर लिया है।

Image credits: Pexels

सिंधु प्रांत के लोगों का आरोप

सिंधु प्रांत के निवासियों का कहना है कि उन्हें न तो सरकारी नौकरी और ना ही राष्ट्रीय वित्त आयोग (NFC) में सही हिस्सेदारी मिलती है। आर्थिक मदद भी काफी कम दी जाती है।

Image credits: Pexels

पाक सरकार की नीतियां फेल

कई कारण हैं जिसकी वजह से सिंधुदेश की मांग तेज पकड़ रही है। आरोप है कि पाक सरकार की नीतियों ने सिंध, बलूचिस्तान और आदिवासी इलाकों के मूल निवासियों की जिंदगी नर्क बना दी है।

Image credits: Pexels

सिंधुदेश की मांग कैसे उठी

सिंधुदेश आंदोलन की शुरुआत 'वन यूनिट प्लान' के साथ हुई। 1950 में पाकिस्तान के केंद्रीकरण होने के समय सिंध, बलूचिस्तान, पाकिस्तान पंजाब, नॉर्थ-वेस्ट प्रोविंस को एक यूनिट में रखा गया।

Image credits: Getty

सिंधु के लोगों में कब दिखा गुस्सा

1970 में जनरल यह्या खान के हाथ सेना की कमान आई तो केंद्रीकरण का निरंकुश कदम आगे बढ़ गया। इससे सिंध के लोगों का गुस्सा देखने को मिला और फिर क्षेत्रीय स्वायत्, फेडरलिज्म की मांग उठी।

Image credits: Getty

सिंधु प्रांत का काला इतिहास

इस दौर को सिंध प्रांत के मूल निवासी अपने लिए सबसे काला युग या इतिहास मानते हैं, क्योंकि तब उनका प्रांत पूरी तरह पाकिस्तानी पंजाबियों के प्रभुत्व में आया, जिसमें खूब अनदेखी की गई।

Image credits: Pexels