हमास के हमले का जवाब देते हुए इजरायल ने गाजा पर 2,000 पाउंड के सैकड़ों बम अब तक गिराए हैं। वियतनाम के 50 साल बाद दुनिया किसी जगह इस तरह की बमबारी देख रही है।
CNN, आर्टिफिशिल इंटेलीजेंस कंपनी सिंथेटिक ने गाजा युद्ध पर रिपोर्ट तैयार की। जिसके मुताबिक, गाजा युद्ध के पहले महीने में इजरायल ने ऐसे बम गिराए, जिनकी क्षमता 1,000 फीट से ज्यादा थी
युद्ध की शुरुआत में गाजा में 40 फीट के 500 से ज्यादा गड्ढे हैं, जो 2,000 पाउंड के बमों से बने हैं। अमेरिका द्वारा ISIS पर गिराए गए सबसे बड़े बमों से चार गुना ज्यादा खतरनाक हैं।
डीसी बेस्ड ग्रुप CIVIC के कानूनी जानकार जॉन चैपल का मानना है कि गाजा की आबादी काफी घनी है। ऐसे में 2,000 पाउंड के बमों के इस्तेमाल के बाद वहां के लोगों को उबरने में दशकों लग जाएंगे
पूर्व अमेरिकी रक्षा खुफिया विश्लेषक मार्क गार्लास्को के अनुसार, इजराइल ने गाजा में शुरुआती महीनों में जिस तरह बमबारी की, वैसा वियतनाम युद्ध के बाद दुनिया में कभी नहीं देखी गई।
CNN ने अमेरिकी AI कंपनी सिंथेटिक के साथ गाजा पर सैटेलाइट इमेजरी में गड्ढों, धुएं के गुबार, क्षतिग्रस्त इमारतों से पता लगाया गया कि इजराइल के सैन्य ऑपरेशन से गाजा में तबाही मची है।
CNN के मुताबिक, पिछले हफ्ते अमेरिकी खुफिया सूत्रों से पता चला कि गाजा में अब तक गिराए गए 29,000 हवा से सतह पर मार करने वाले हथियारों में से 40-45% मूक बम यानी बिना लक्ष्य दागे गए।
इजराइल के पास बड़े बमों का जखीरा है। सैटेलाइट इमेजरी के मुताबिक, गाजा में हमले के बाद छोड़े गए दो गड्ढे 79 फीट और 43 फीट चौड़े थे। 2,000 पाउंड के बमों से कई इमारतें जमींदोज हो गईं।