शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में चारों तरफ अराजकता का माहौल है। खासकर महिलाओं के लिए तो ये देश नरक से भी बदतर हो चुका है।
ये खुलासा बांग्लादेश वुमन काउंसिल की एक रिपोर्ट में हुआ है। इसके मुताबिक, सिर्फ फरवरी महीने में देश में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के कुल 189 मामले दर्ज किए गए हैं।
इनमें से 72 केस नाबालिग लड़कियों के साथ हुए क्राइम से रिलेटेड हैं। वहीं, इन 72 केस में 30 में तो नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार किया गया है।
इसके अलावा, फरवरी महीने के दौरान सामने आए कुल 48 रेप के मामलों में 8 महिलाओं और 3 नाबालिग लड़कियों के साथ गैंगरेप जैसी घटनाएं हुई हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि फरवरी में महिलाओं के खिलाफ हुई 189 हिंसक घटनाओं में 46 पीड़ितों की जान चली गई, जिनमें 10 नाबालिग लड़कियां शामिल हैं।
महिलाओं के खिलाफ हिंसा से जुड़ी वुमन काउंसिल की ये रिपोर्ट बांग्लादेश के 15 प्रमुख नेशनल न्यूजपेपर से इकट्ठा किए गए आंकड़ों के आधार पर तैयार की गई है।
बता दें कि बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद कट्टरपंथी इस्लामी संगठन जमात-ए-इस्लामी हावी हो गया है। इसके सामने अंतरिम सरकार के मुखिया यूनुस भी बेबस हैं।
अगस्त, 2024 के बाद बांग्लादेश में अल्पसंख्यक खासकर हिंदुओं के खिलाफ हिंसा के मामले बढ़े हैं। 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ FIR हुई है, लेकिन सरकार सख्त एक्शन लेने में नाकाम रही है।