Mauritius के अधिकतर लोग हैं हिंदू, जानें यहां की 10 खास बातें
World news Mar 11 2025
Author: Vivek Kumar Image Credits:X-@SeeMauritius
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अरब और मलय नाविकों ने थी मॉरीशस की खोज
मॉरीशस की खोज सबसे पहले अरब और मलय नाविकों ने 10वीं शताब्दी में की थी। बाद में यहां डच, फ्रेंच और ब्रिटिश राज रहा।
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मॉरीशस में है मल्टीकल्चरल सोसाइटी
मॉरीशस में मिलीजुली आबादी है। यहां के ज्यादातर लोग भारतीय, अफ्रीकी, चीनी और यूरोपियन मूल के हैं।
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ज्वालामुखी से हुई मॉरीशस की उत्पत्ति
मॉरीशस द्वीप लगभग 80 लाख साल पहले ज्वालामुखी गतिविधि से बना था।
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मॉरीशस में हैं यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल
मॉरीशस में दो यूनेस्को स्थल अप्रवासी घाट और ले मोर्ने ब्रेबेंट हैं। दोनों महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल हैं।
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क्रियोल बोलते हैं मॉरीशस के अधिकतर लोग
मॉरीशस की सरकार अपने कामकाज में अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल करती है। सबसे अधिक लोग क्रियोल भाषा बोलते हैं। इसके बाद फ्रेंच बोली जाती है।
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मॉरीशस में है धार्मिक विविधता
मॉरीशस के ज्यादातर लोग हिन्दू है। इसके बाद ईसाई और मुस्लिम समुदाय के लोग हैं।
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12.71 लाख से अधिक है मॉरीशस की जनसंख्या
मॉरीशस की जनसंख्या 12.71 लाख से अधिक है। यहां जनसंख्या घनत्व अफ्रीका में सबसे अधिक है।
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मॉरीशस में है यूनिक वाइल्डलाइफ
मॉरीशस स्थानिक प्रजातियों का घर है। यहां का प्रसिद्ध डोडो पक्षी विलुप्त हो चुका है।
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गन्ने की खेती पर निर्भर थे मॉरीशस के लोग
एक समय मॉरीशस के लोग गन्ने की खेती पर निर्भर थे। गन्ने के बागान अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण थे। इनमें भारत से लाए गए गुलाम और बाद में अनुबंधित मजदूर काम करते थे।
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प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है मॉरीशस
मॉरीशस में शानदार समुद्रतट और प्राकृतिक आश्चर्य जैसे पानी के नीचे झरनों का भ्रम और सात रंगीन धरती मौजूद हैं।