बांग्लादेश में हसीना सरकार के तख्तापलट के 7 महीने बाद भी हालात सुधरते नहीं दिख रहे हैं। शुक्रवार 7 मार्च को जुमे की नमाज के बाद ढाका में बवाल मच गया।
ढाका में कट्टरपंथी इस्लामी गुट हिज्ब उत-तहरीर ने खिलाफत मार्च निकाला। इस दौरान बांग्लादेश सरकार के आदेशों के खिलाफ भीड़ ने जमकर नारेबाजी की।
भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने पुलिस से झड़प शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस ने नाकाबंदी करते हुए आंसूगैस के गोले छोड़ लोगों को तितर-बितर करने की कोशिश की।
ढाका में हिज्ब उत-तहरीर की रैली बैतुल मुकर्रम मस्जिद के नॉर्थ गेट से शुरू हुई, जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए।
पुलिस ने जब रैली को रोकने की कोशिश की तो झड़प शुरू हो गई। इसके बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले और ग्रेनेड छोड़ने पड़े। लेकिन कुछ देर बाद प्रदर्शनकारी दोबारा जमा हो गए।
भीड़ ने पुलिस पर ईंट-पत्थर से हमला शुरू कर दिया। बाद में पुलिस ने कट्टरवादी संगठन के कई लोगों को हिरासत में लिया।
बांग्लादेश में हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद जमात-ए-इस्लामी और दूसरे कट्टरपंथी संगठन हावी होते जा रहे हैं। यहां तक कि मोहम्मद युनूस की सरकार इनके सामने कठपुतली बनी हुई है।
अगस्त, 2024 में बांग्लादेश में उग्र छात्र आंदोलन ने शेख हसीना को भारत भागने पर मजबूर कर दिया था। उसके बाद से ही वहां हिंदुओं और दूसरे अल्पसंख्यक समुदाय पर हमले तेज हो गए।