शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले बढ़ गए हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 52 जिलों में अब तक 205 हमले हो चुके हैं।
बांग्लादेशी हिंदुओं पर बढ़ते हमलों को देखते हुए अंतरिम सरकार के चीफ एडवाइजर मोहम्मद यूनुस मंगलवार को ढाका स्थित ढाकेश्वरी मंदिर पहुंचे।
इस दौरान मोहम्मद यूनुस ने कहा- लोकतंत्र में कोई हिंदू-मुसलमान नहीं होता। हम सभी एक हैं और सभी के हक भी समान हैं।
बता दें कि बांग्लादेश का ढाकेश्वरी मंदिर करीब 800 साल पुराना है। इस मंदिर को बल्लाल सेन ने बनवाया था। ये देश के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है।
19 जुलाई, 2024 को आरक्षण पर जारी हिंसा के बीच ढाका के मोहम्मदपुर में एक दुकानदार अबु सईद की पुलिस गोलीबारी में मौत हो गई थी। इस केस में पूर्व पीएम शेख हसीना को आरोपी बनाया गया है।
बांग्लादेश में भड़की हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने 1971 की जंग से जुड़े राष्ट्रीय स्मारक को भी नहीं बख्शा। ये स्मारक मुक्तिवाहिनी सेना की जीत और पाकिस्तानी सेना की हार का प्रतीक था।
16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान के लेफ्टिनेंट जनरल नियाजी ने करीब 93 हजार सैनिकों के साथ भारतीय सेना के सामने घुटने टेक दिए थे।
इसके बाद सभी युद्धबंदियों को भारत में अलग-अलग कैम्प में रखा गया, ताकि वे बांग्लादेशियों के गुस्से का शिकार न हों। बाद में बांग्लादेश आजाद हुआ और मुजीबुर्रहमान पहले राष्ट्रपति बने।