शारजाह रेगिस्तान में परमपूज्य प्रमुख स्वामी महाराज की कल्पना है अबू धाबी में मंदिर। वह प्रार्थना करते हैं कि “अंदर मंदिर बने। संस्कृतियां, समुदाय, धर्म एक-दूसरे को करीब लाते हैं।
9 अगस्त 2015 में पीएम ने घोषणा की थी कि यूएई ने पारंपरिक मंदिर निर्माण के लिए जमीन अलॉट कर दी है। पीएम ने यूएई सरकार को धन्यवाद दिया था।
यूएई के प्रेसिडेंट महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने उदारता पूर्वक उपहार के तौर पर बीएपीस पारंपरिक मंदिर निर्माण के लिए जमीन दी।
11 फरवरी 2018 को पीएम मोदी ने दुबई ओपेरा ने बीएपीएस टेंपल के लिए प्रोजेक्ट लॉन्च किया।
20 अप्रैल 2019 को बीएपीस मंदिर के शिलान्यास के लिए पत्थर रखा गया। महंत स्वामी महाराज ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन कराया।
बीएपीस मंदिर अबूधाबी को 6 नवंबर 2019 को मेकिनिकल प्रोजेक्ट ऑफ द ईयर अवार्ड भी मिला।
9 अगस्त 2021 में कुंभी पूजन का आय़ोजन किया गया। इस दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
1 अक्टूबर 2021 को बीएपीएस हिन्दू मंदिर फीचर्स एक्सपो का आयोजन किया गया। इसमें मंदिर के प्रचार और इसके जरिए यूएई की जनता में आपसी समन्वय के बारे में बताया गया।
9 नवंबर 2021 को मंदिर मे एक विशेष पूजा का आयोजन किया गया जिसमें एक हजार श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।
27 मई 2022 को महापीठ पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह मंदिर के प्रथम नक्काशीदार पत्थर बिछाने को लेकर था।
8 सितंबर 2022 क पहला मार्बल पिलर स्थापित किया गया जिसके पूजन में ईश्वरचरणदास स्वामी और ब्रह्मविहारीदास स्वामी और 500 श्रद्धालु थे।
20 अक्टूबर 2023 को अमालसारो पूजन का आयोजन किया गया। मंदरि लगभग तैयार होने पर ईश्वरचरणदास स्वामी महाराज की ओर से विशेष पूजन किया गया।
29 नवंबर 2023 को अमृत कलश सेरेमनी का आयोजन हुआ। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
14 फरवरी 2024 को बीएपीएस हिन्दू मंदिर का उद्गाटन हुआ। पीएम मोदी ने मंदिर का उद्घाटन किया।