राजनीतिज्ञ विश्लेषकों का कहना है कि चूंकि इमरान खान समर्थित उम्मीदवार ज्यादा सीटें जीते हैं लेकिन वे सभी निर्दलीय हैं, इसलिए पाकिस्तान में कोई तीसरा सरकार बना सकता है।
राजनीतिक विश्लेषकों का तीसरे से मतलब बिलावल भुट्टो जरदारी से है। ऐसा इसलिए क्योंकि बिलावल भुट्टो जरदारी पाकिस्तानी सेना के करीबी माने जाते हैं। नवाज शरीफ से जनता परेशान है।
चुनाव आयोग ने इमरान खान के चुनाव लड़ने पर रोक लगाया और उनका चुनाव चिन्ह भी ले लिया था, बावजूद इसके उनकी पार्टी पीटीआई के समर्थक पाकिस्तानी चुनाव में काफी आगे निकल गए हैं।
इमरान खान की पार्टी पीटीआई का आरोप है कि चुनाव के रिजल्ट से पाकिस्तानी सेना घबरा गई है। इसलिए रिजल्ट जारी करने में देरी कर रही है। पीटीआई ने चुनाव में धांधली का भी आरोप लगाया है।
पाकिस्तानी विश्लेषकों के मुताबिक, नवाज शरीफ का पीएम बनना नामुमकिन ही है। नवाज-इमरान की सियासी लड़ाई में पीपीपी नेता बिलावल भुट्टो सेना की मदद से प्रधानमंत्री बन सकते हैं।
इस बार पाकिस्तानी चुनाव में बहुमत के लिए 133 सीटों की जरूरत है। गैर पुष्ट आंकड़ों के अनुसार, इमरान समर्थक उम्मीदवार बहुमत के आंकड़े से भी आगे निकल गए हैं।
अभी तक के आंकड़ो के मुताबिक, नवाज शरीफ की पार्टी को 47 और बिलावल भुट्टो की पार्टी पीपीपी को भी 47 सीटें मिल रही है। जबकि 154 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव जीतते दिख रहे हैं।
पाकिस्तानी चुनाव जीतने वाले ज्यादातर निर्दलीय उम्मीदवार इमरान खान की पार्टी पीटीआई समर्थक हैं। ऐसे में विश्लेषकों का कहना है कि इस बार इन सभी उम्मीदवारों को जोड़कर सरकार बन सकती है
पाकिस्तान विश्लेषकों के अनुसार, 120 उम्मीदवारों ने पाकिस्तानी सेना से कह दिया है कि जहां जनरल मुनीर कहेंगे, वहीं समर्थन देंगे। ऐसे में बिलावल भुट्टो के साथ ये सभी जा सकते हैं।