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खुल गई खालिस्तानी आंदोलन की कलई, जानें 2 गुटों में कहां चले लात-घूंसे

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गुरपतवंत सिंह पन्नू के रेफरेंडम में जमकर चले लात-घूंसे

अमेरिका में खालिस्तानी आंदोलन को बढ़ाने के लिए हाल ही में सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के चीफ और खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने रेफरेंडम कराया।

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खालिस्तानी समर्थकों के बीच गुटबाजी खुलकर आई सामने

सैन-फ्रांसिस्को में हुए इस रेफरेंडम के दौरान खालिस्तानी समर्थकों के बीच गुटबाजी और आपसी लड़ाई सामने आ गई। देखते ही देखते लोगों में जमकर लात-घूंसे चले।

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दो गुटों के खालिस्तानी समर्थक एक-दूसरे से भिड़े

घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें सैन फ्रांसिस्को में दो गुटों के खालिस्तानी समर्थक एक-दूसरे पर जूतमपैजार करते दिख रहे हैं।

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एक गुट मेजर सिंह निज्जर तो दूसरा सरबजीत सिंह का

बता दें कि एक खालिस्तानी गुट का नेतृत्व मेजर सिंह निज्जर, जबकि दूसरे का सरबजीत सिंह 'सबी' कर रहा था। कहा जा रहा है कि पन्नू की ओर से निज्जर ग्रुप की अनदेखी की जा रही थी।

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अपनी अनदेखी से नाराज था निज्जर गुट

इसी बात को लेकर निज्जर गुट के खालिस्तानी समर्थक भड़क गए और सरबजीत गुट के लोगों पर हमला कर दिया। इसके बाद दोनों गुटों में जमकर लात-घूंसे चले।

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इन देशों में खालिस्तानी आंदोलन को हवा दे रहा पन्नू

बता दें कि सिख फॉर जस्टिस (SFJ) का चीफ और खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू कनाडा के साथ ही ब्रिटेन और अमेरिका में भी खालिस्तानी आंदोलन को भड़का रहा है।

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पन्नू ने दी थी भारत की ससंद में हमले की धमकी

गुरपतवंत सिंह पन्नू वही है, जिसने दिसंबर, 2023 में भारत की संसद पर हमला करने की धमकी दी थी। इससे पहले भी वो कई बार धमकियां दे चुका है।

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आतंकी निज्जर की हत्या पर कनाडा के PM ने भारत पर मढ़ा था आरोप

बता दें कि आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में हत्या के बाद वहां के पीएम जस्टिन ट्रुडो ने इसका आरोप भारत पर मढ़ा था। इसके बाद से दोनों देशों के संबंध बिगड़ गए।

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भारत ने इसके बाद कनाड़ा के 41 डिप्लोमैट्स वापस भेज दिए थे

हालांकि, कनाडा ने कभी भी निज्जर की हत्या का कोई सबूत नहीं दिया। बाद में भारत ने कनाड़ा के 41 डिप्लोमैट्स को वापस भेजने का फैसला लिया था।

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