Hindi

खुल गई खालिस्तानी आंदोलन की कलई, जानें 2 गुटों में कहां चले लात-घूंसे

Hindi

गुरपतवंत सिंह पन्नू के रेफरेंडम में जमकर चले लात-घूंसे

अमेरिका में खालिस्तानी आंदोलन को बढ़ाने के लिए हाल ही में सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के चीफ और खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने रेफरेंडम कराया।

Image credits: social media
Hindi

खालिस्तानी समर्थकों के बीच गुटबाजी खुलकर आई सामने

सैन-फ्रांसिस्को में हुए इस रेफरेंडम के दौरान खालिस्तानी समर्थकों के बीच गुटबाजी और आपसी लड़ाई सामने आ गई। देखते ही देखते लोगों में जमकर लात-घूंसे चले।

Image credits: Getty
Hindi

दो गुटों के खालिस्तानी समर्थक एक-दूसरे से भिड़े

घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें सैन फ्रांसिस्को में दो गुटों के खालिस्तानी समर्थक एक-दूसरे पर जूतमपैजार करते दिख रहे हैं।

Image credits: Getty
Hindi

एक गुट मेजर सिंह निज्जर तो दूसरा सरबजीत सिंह का

बता दें कि एक खालिस्तानी गुट का नेतृत्व मेजर सिंह निज्जर, जबकि दूसरे का सरबजीत सिंह 'सबी' कर रहा था। कहा जा रहा है कि पन्नू की ओर से निज्जर ग्रुप की अनदेखी की जा रही थी।

Image credits: Getty
Hindi

अपनी अनदेखी से नाराज था निज्जर गुट

इसी बात को लेकर निज्जर गुट के खालिस्तानी समर्थक भड़क गए और सरबजीत गुट के लोगों पर हमला कर दिया। इसके बाद दोनों गुटों में जमकर लात-घूंसे चले।

Image credits: Wikipedia
Hindi

इन देशों में खालिस्तानी आंदोलन को हवा दे रहा पन्नू

बता दें कि सिख फॉर जस्टिस (SFJ) का चीफ और खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू कनाडा के साथ ही ब्रिटेन और अमेरिका में भी खालिस्तानी आंदोलन को भड़का रहा है।

Image credits: Getty
Hindi

पन्नू ने दी थी भारत की ससंद में हमले की धमकी

गुरपतवंत सिंह पन्नू वही है, जिसने दिसंबर, 2023 में भारत की संसद पर हमला करने की धमकी दी थी। इससे पहले भी वो कई बार धमकियां दे चुका है।

Image credits: Getty
Hindi

आतंकी निज्जर की हत्या पर कनाडा के PM ने भारत पर मढ़ा था आरोप

बता दें कि आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में हत्या के बाद वहां के पीएम जस्टिन ट्रुडो ने इसका आरोप भारत पर मढ़ा था। इसके बाद से दोनों देशों के संबंध बिगड़ गए।

Image credits: Getty
Hindi

भारत ने इसके बाद कनाड़ा के 41 डिप्लोमैट्स वापस भेज दिए थे

हालांकि, कनाडा ने कभी भी निज्जर की हत्या का कोई सबूत नहीं दिया। बाद में भारत ने कनाड़ा के 41 डिप्लोमैट्स को वापस भेजने का फैसला लिया था।

Image credits: Getty

हम पर हमले से पहले अपनी कब्र खोद ले दुश्मन, इजराइल ने किसे दी चेतावनी

18 लाख ईंटों से इस मुस्लिम देश में बना भव्य हिंदू मंदिर, जानें खासियत

इजराइल का बदला:जानें हर एक मौत के बदले Gaza में रोजाना मारे कितने लोग

300 कारें, निजी सेना, जेट, जानें कितने अमीर हैं मलेशिया के नए राजा