जस्टिन ट्रुडो अब कनाडा के प्रधानमंत्री नहीं हैं। उन्होंने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। साथ ही पार्टी के नेता का पद भी छोड़ दिया है।
बता दें कि भारत से पंगा लेने वाले ट्रुडो को पहले उनकी पत्नी सोफी ग्रेगॉयर ने छोड़ा और अब प्रधानमंत्री की कुर्सी भी उनके हाथ से निकल गई है।
सोफी ग्रेगॉयर से ट्रुडो की पहली मुलाकात 2003 में हुई थी। दोनों एक चैरिटी इवेंट के दौरान मिले। बाद में इनकी दोस्ती प्यार में बदल गई।
2004 में जस्टिन ट्रुडो ने अपने प्यार सोफी ग्रेगॉयर के सामने शादी का प्रपोजल रखा, जिसे उन्होंने कुबूल कर लिया।
28 मई, 2005 को ट्रुडो और सोफी ने मॉन्ट्रियल में शादी कर ली। इस शादी से कपल के तीन बच्चे जेलवियर, एला और हैड्रियन हैं।
18 साल तक सोफी के साथ रहने के बाद आखिरकार जस्टिन ट्रुडो का तलाक हो गया। सोफी ने अगस्त, 2023 में हमेशा-हमेशा के लिए उन्हें छोड़ दिया।
दरअसल, इस तलाक की वजह जस्टिन ट्रुडो का अपनी ही विदेश मंत्री मेलानी जोली से अफेयर को माना गया। कई बार दोनों की नजदीकियों की खबरें भी सामने आईं।
बता दें कि जस्टिन ट्रुडो ने खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर मढ़ा, जिसके बाद वो अपने ही देश में घिर गए थे।
कनाडा के एक जर्नलिस्ट बार्डमैन ने कहा था कि ट्रुडो की लिबरल पार्टी को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से मदद मिल रही है। उसी की शह पर वो भारत विरोधी एजेंडा चला रहे हैं।