इजरायली हमले में गाजा में कम से कम एक हजार बच्चों की मौत हो चुकी है। यहां कम से कम चार हजार लोग मारे जा चुके हैं।
अस्पतालों में पांच हजार से अधिक गर्भवती महिलाएं भर्ती हैं। बिजली और आवश्यक दवाइयों की किल्लत से इनकी जान जोखिम में है।
यूएन ने भी रिपोर्ट में बच्चों की मौत और अस्पतालों में जीवन-मौत से जूझ रहीं गर्भवती महिलाओं को लेकर चिंता जताई है।
ग्लोबल चैरिटी एजेंसी ‘सेव द चिल्ड्रन’ के मुताबिक जंग में अब तक 1 हजार फिलिस्तीनी बच्चे मारे जा चुके हैं। हालात बद से बदतर हो रहे।
गाजा के अस्पताल बिजली संकट से जूझ रहे। न बिजली है न ही जनरेटर के लिए डीजल।
हेल्थ मिनिस्ट्री ने अपील कि किसी के पास एक लीटर भी डीजल हो तो अस्पताल में डोनेट करें। अस्पताल में इससे किसी की जान बच सकती।
गाजा में लोगों के घर तबाह हो चुके हैं। लोग आसमान के नीचे इधर-उधर छुपकर रात गुजार रहे। न पानी है न खाना।