इजराइल ने गाजा को चौतरफा घेर लिया है। गाजा पट्टी में हालात बद से बदतर हो गए हैं। गाजा की सीमा का एक हिस्सा जो इजरायल से नहीं लगता और मिस्र से जुड़ा है, यहीं से मानवीय मदद पहुंच रही
रफाह क्रॉसिंग नाम की इस सीमा से मानवीय सहायता तो पहुंचाने की कोशिश हो रही है। इजरायल के लिए भी इस सीमा का रणनीतिक महत्व है। इस युद्ध में इस सीमा की खूब चर्चा हो रही है।
रफाह क्रॉसिंग गाजा सीमा का वह हिस्सा है जो दुनिया से जुड़ा है। यहां इजराइल का दखल नहीं है। मिस्र से जुड़ी इस क्रॉसिंग के रास्ते ही विदेशी लोग, गंभीर घायलों को निकाला जा सकता है।
रफाह क्रॉसिंग हमास आतंकियों के बाहर निकलने का दरवाजा भी हो सकता है। भले ही यहां इजराइल का दखल नहीं लेकिन गाजा या फिलिस्तीनियों के लिए भी खुला हुआ नहीं है।
2007 में हमास के गाजा में वर्चस्व बढ़ने बाद क्रॉसिंग कभी कभी फिलिस्तीनियों के लिए खोली जाती रही। 2013 में मुस्लिम ब्रदरहुड समर्थित सरकार जाने के बाद आतंक से बचने मिस्र ने सील किया।
रफाह से जुड़े सनाई प्रायद्वीप में इस्लामिक उग्रवाद कंट्रोल करने मिस्र की नई सरकार ने 2013 में सील कर दिया था। मिस्र ने इसके नीचे से गाजा तक जाने वाली सुरंगों को भी नष्ट कर दिया था।
इजरायल हमास युद्ध की वजह से यह सीमा एक बार फिर मिस्र के लिए राजनैतिक तौर पर संवेदनशील बन गई है। उस पर दबाव है कि गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने ये क्रॉसिंग खोल दे।
दबाव के बावजूद रफाह क्रॉसिंग अभी बंद है। हालांकि, कुछ सहायता जाने की इजाजत दी गई है। 1 नवंबर को इसी क्रॉसिंग से गाजा से विदेशी लोगों के साथ कुछ घायलों को निकाला गया था।
इजरायली सेना के लीक दस्तावेज के मुताबिक, उसका इरादा रफाह क्रॉसिंग से गाजा के लोगों को बाहर निकालकर उत्तरी गाजा के इलाके को खाली कराना है। ताकि लोग वहां से हट जाए।