हमास-इजराइल जंग को 25 दिन हो चुके हैं लेकिन युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि हमास के पास लंबी लड़ाई के लिए आखिर फंड कहां से आ रहा है।
इसी बीच, इजराइली सेना का दावा है कि गाजा में हमास ने कई ठिकाने बना रखे हैं और विदेशों में रहने वाले उसके नेता हमास को फंडिग भेज रहे हैं।
इजराइल की खुफिया एजेंसी Mossad के एक पूर्व एजेंट ने खुलासा करते हुए बताया है कि हमास का सालाना बजट 1.5 बिलियन पाउंड यानी करीब 15200 करोड़ रुपए के आसपास है।
हमास का जितना सालाना बजट है, उस कीमत में 'गदर 2' जैसी 190 फिल्में बनाई जा सकती हैं। बता दें कि गदर 2 का बजट करीब 80 करोड़ रुपए था।
मोसाद के पूर्व एजेंट उजी शाया के मुताबिक, हमास का वित्तीय शासन तुर्की से चलाया जा रहा है। इसके अलावा कतर से 400 मिलियन पाउंड और ईरान से 200 मिलियन पाउंड का बजट आ रहा है।
शाया के मुताबिक, हमास की कई कंपनियां सूडान, अल्जीरिया और तुर्की में हैं, जो नगदी में काम करती हैं। हमास देखने में भले ही छोटा आतंकी संगठन लगे पर उसकी फंडिंग बड़े पैमाने पर होती है।
शाया ने बताया कि हमास के बजट का एक बड़ा हिस्सा हमास के प्रमुखों और उनके आतंकवादियों के पास रहता है। ये गाजा के लोगों तक नहीं पहुंचता है। हमास इससे नापाक मंसूबों को अंजाम देता है।
इजरायल का दावा है कि ईंधन की किल्लत के बीच हमास के पास अब भी 5 लाख लीटर से ज्यादा ईंधन स्टोर है, लेकिन वो इसे आम जनता को नहीं दे रहा है।