हमास चीफ इस्माइल हानिया की तेहरान में हत्या कर दी गई। हानिया ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने पहुंचा था।
इस्माइल हानिया की हत्या के बाद से ही ईरान बुरी तरह तिलमिलाया है। उसने अपने यहां कि प्रमुख मस्जिद पर रेड फ्लैग लगा दिया है। आखिर क्या है इसका मतलब, जानते हैं।
ईरान की मस्जिद पर फहराने वाला लाल झंडा बदले का प्रतीक माना जाता है। ये एक तरह से इजरायल के खिलाफ संभावित हमले का संकेत दे रहा है।
कोम स्थित जामकरन मस्जिद पर लहराने वाला रेड फ्लैग शहीदों के खून का प्रतीक है। मुहर्रम के समय भी इस झंडे को लगाया जाता है। झंडे पर अरबी भाषा में लिखा है- ऐ हुसैन के बदला लेने वालों!
बता दें कि कोम स्थित ये मस्जिद राजधानी तेहरान से करीब 125 KM दूर है। कोम ईरान के लिए एक पवित्र जगह है। यहां ईरान का एक बड़ा शिक्षा केंद्र भी है।
ईरान की इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने हमास चीफ हानिया की हत्या को कायरतापूर्ण बताया है। साथ ही कहा कि इजराइल ऐसी हरकतें कर गाजा से दुनिया का ध्यान हटाना चाहता है।
बता दें कि हमास चीफ इस्माइल हानिया नॉर्थ तेहरान में एक अपार्टमेंट में रुका था। इसी दौरान इजराइली खुफिया एजेंसी ने IDF की मदद से उस घर को ही उड़ा दिया।
इस हमले में इस्माइल हानिया के अलावा उनका एक बॉडीगार्ड भी मारा गया है। हानिया को इजराइल में हुए 7 अक्टूबर के हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है।