इजरायल के साथ युद्धविराम समझौते के अनुसार हमास ने 110 बंधकों को रिहा किया है। इनमें अधिकतर बच्चे और महिलाएं हैं। बंधकों के रिहा होने पर पता चला है कि हमास ने उनके साथ हैवानियत की।
बंधक बनाए गए बच्चे इजरायल पहुंचे हैं तो पता चला है कि उनके साथ हमास ने किस कदर हैवानियत की। जेरूसलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार बच्चों को ड्रग्स दिया गया था।
भागने की स्थिति में अगवा किए गए बच्चों की पहचान की जा सके इसके लिए हमास के आतंकियों ने उनके पैर जला दिए थे। इसके लिए आतंकी दिल दहलाने वाला तरीका अपनाते थे।
आतंकी पहले बाइक स्टार्ट कर उसके साइलेंसर को खूब गर्म करते फिर बच्चे के पैर को साइलेंसर से सटा देते। इस तरह वे बच्चों के शरीर पर पहचान के लिए निशान बनाते थे।
12 साल के यागिल और 16 साल के याकोव को 7 अक्टूबर को हमास के आतंकियों ने किबुत्ज नीर ओज से अगवा किया था। बच्चों के रिहा होने पर उनके चाचा यानीव ने बताया कि उन्हें ड्रग्स दिया गया था।
यानीव ने बताया कि हमास के आतंकी जले हुए घावों को पहचान के तौर पर इस्तेमाल करते थे। बच्चों को बार-बार नशीली दवाएं दी जाती थीं और एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जाता था।
इजरायल के पूर्व पीएम नफ्ताली बेनेट ने एक्स पर बताया कि आतंकियों ने 13 साल के यागेल याकोव और उसके भाई ओर को बंधक बना लिया था। उनके पैर जला दिया गए थे।
नफ्ताली बेनेट ने बताया कि आतंकियों ने पैर इसलिए जलाए ताकि भागने की स्थिति में बच्चों की पहचान की जा सके। आतंकियों ने धातु का गर्म टुकड़ा 13 साल के बच्चे के पैरों में चिपका दिया।