इजराइल-हमास जंग के 17वें दिन तक युद्ध में मरने वालों का आंकड़ा 6 हजार से ज्यादा हो चुका है। गाजा में चारों तरफ तबाही का मंजर नजर आ रहा है।
फिलिस्तीन में डॉक्टर्स का कहना है कि अस्पताल में शवों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां तक कि बच्चों को दफनाने के लिए कफन तक नहीं हैं।
फिलिस्तीन के डॉक्टर्स का कहना है कि हमले में घायल लोगों की बॉडी इतनी क्षतिग्रस्त हो रही है कि लोग कई बार उन्हें टुकड़ों में लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं।
वहीं, गाजा के अस्पतालों में ईंधन भी खत्म होने की कगार पर है। इसके चलते डॉक्टरों को टॉर्च की रोशन में ही इलाज करना पड़ रहा है।
इतना ही नहीं गाजा के अस्पतालों में न तो दवाइयां बची हैं और ना ही मरीजों के लिए बेड हैं। मजबूरी में डॉक्टर जमीन पर ही लोगों का इलाज कर रहे हैं।
गाजा के अल-कुद्स अस्पताल में 23 डॉक्टर 500 से ज्यादा लोगों का इलाज कर रहे हैं। एक डॉक्टर ने कहा- हम कई दिनों से सोए नहीं हैं और एक पेशेंट से दूसरे पेशेंट के पास दौड़ रहे हैं।
डॉक्टर्स का कहना है कि हम ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बचाना चाहते हैं, लेकिन इस काम में काफी मुश्किलें आ रही हैं, क्योंकि इलाज के लिए पर्याप्त चीजें मौजूद नहीं हैं।
अस्पताल में घायलों की संख्या इतनी हो चुकी है कि डॉक्टर्स भी कन्फ्यूज हैं कि पहले किसका इलाज करें। डॉक्टरों का पूरा दिन फर्स्ट ऐड में ही निकल जाता है। लोगों की सर्जरी नहीं हो पा रही
यहां तक कि अस्पतालों में बेहोशी की दवा यानी एनेस्थीसिया भी नहीं बचा है, जिसकी वजह से मरीजों की चीख-पुकार के बीच ही इलाज करना पड़ रहा है।