Hindi

जानें कौन-सी एक गलती मोसाद को पड़ी भारी, कैसे टूटा इजराइल का घमंड

Hindi

हमास के हमले के बाद हो रही मोसाद की आलोचना

दुनिया की नंबर वन खुफिया एजेंसियों में शामिल इजराइल की मोसाद की इस वक्त खूब आलोचना हो रही है। हमास के हमले के बाद से ही मोसाद पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

Image credits: Reuters
Hindi

आखिर कहां चूक गई इजराइल की खुफिया एजेंसी Mossad

डिफेंस और इंटेलिजेंस में सबसे ताकतवर खुफिया एजेंसी कही जाने वाली मोसाद से आखिर कौन-सी चूक हुई, जिसकी वजह से एजेंसी हमास के खूंखार इरादों को भांप नहीं पाई।

Image credits: EurAsian Times
Hindi

इजराइल सरकार ने भी मोसाद की नाकामी को माना बड़ी चूक

यहां तक कि इजराइल की सरकार ने भी मोसाद की नाकामी को एक बड़ी चूक बताया है। इजराइल का कहना है कि हम इस इंटेलिजेंस फेल्योर की बारीकी से जांच कर रहे हैं।

Image credits: Getty
Hindi

दुश्मन को कमजोर समझना मोसाद की सबसे बड़ी भूल

डिफेंस एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मोसाद गलतफहमी और ओवरकॉन्फिडेंस का शिकार हुई है। उसे लगता था कि हमास पहले से काफी कमजोर हो चुका है। दुश्मन को कमजोर समझना ही सबसे बड़ी भूल है।

Image credits: Getty
Hindi

इजराइल का 2 अरब देशों से हुआ था समझौता

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, 3 साल पहले इजराइल का दो अरब देशों से समझौता हुआ था। इसके तहत UAE और बहरीन ने इजराइल से रिश्ते सुधारने की तरफ कदम बढ़ाए थे।

Image credits: iMdb
Hindi

मोसाद ने मान लिया कि अब फिलिस्तीन समर्थक कम हो जाएंगे

इजराइल से इन दोनों अरब देशों की मध्यस्थता अमेरिका ने कराई थी। इसके बाद मोसाद ने ये मान लिया कि अब फिलिस्तीन समर्थक कम हो जाएंगे, जिससे हमास से खतरा बेहद कम होगा।

Image credits: Wikipedia
Hindi

बस, यहीं मोसाद से हो गई एक बड़ी चूक

मोसाद से यहीं चूक हो गई और उसने हमास के खिलाफ खुफिया जानकारी जुटाने में गंभीरता नहीं बरती। दूसरी ओर, हमास लगातार ईरान-हिजबुल्ला के साथ मिलकर हमले की तैयारी करता रहा।

Image credits: Amazon.in
Hindi

ह्यूमन इंटेलिजेंस के बजाय टेक्नोलॉजी पर डिपेंड हो गई Mossad

एक्सपर्ट्स का ये भी मानना है कि मोसाद ह्यूमन इंटेलिजेंस के बजाय टेक्नोलॉजी पर ज्यादा डिपेंड हो गई है, जिसकी वजह से वो हमास के खिलाफ खुफिया जानकारी जुटाने में नाकाम रही।

Image Credits: Social Media