ईरानी राष्ट्रपति और विदेश मंत्री की हेलिकॉप्टर क्रैश में मौत हो गई। सवाल उठ रहे हैं कि काफिले के 2 हेलिकॉप्टर सुरक्षित पहुंचे पर रईसी का हेलिकॉप्टर ही क्रैश क्यों हुआ?
ऐसे में ये संभावना भी बन रही है कि कहीं इसके पीछे खुद ईरान की लापरवाही तो नहीं। क्योंकि ईरान की एविएशन सिक्योरिटी का इतिहास बहुत अच्छा नहीं रहा है।
इब्राहिम रईसी अमेरिका में बने बेल 212 हेलिकॉप्टर में सवार थे। अमेरिका में बना ये हेलिकॉप्टर 1979 की क्रांति के बाद ईरान को नहीं बेचा जा सकता था।
बेल 212 विमान का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है। इससे पहले इस विमान की दुघर्टना का मामला सितंबर 2023 में तब सामने आया, जब UAE के तट पर यह हादसे का शिकार हुआ।
अमेरिका में बना बेल 212 क्रू सहित 15 लोगों को ले जाने में सक्षम है। इसे टेक्सास की बेल टेक्स्ट्रॉन ने बनाया है। इसके ईरानी मॉडल को सरकारी सेवाओं के लिए डिजाइन किया गया था।
1990 के दशक से ईरान पैसेंजर हेलिकॉप्टर की कमी से जूझ रहा है। प्रतिबंधों के चलते ईरान पश्चिमी कंपनियों से नए विमान या स्पेयर पार्ट्स नहीं खरीद सकता।
विमानों की कमी को पूरा करने के लिए ईरान पुराने हेलिकॉप्टर को लीज पर लेने या दलालों के जरिए स्पेयर पार्ट्स की खरीद करता है। ईरान में कई विमान अब भी 1979 की क्रांति के समय के हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान की 2 एयरलाइन ईरान एयर और महान एयर की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले विमानों की एवरेज ऐज 20 से 30 साल है। ऐसे में ज्यादातर अब ओवरऐज हो चुके हैं।
ईरान के पास वर्तमान में ज्यादातर रूसी Mig, सुखोई और चीन के जे-7 विमान हैं। 1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद वैश्विक प्रतिबंधों के चलते ईरान पश्चिमी देशों से विमान नहीं खरीद सकता।