हमास के पॉलिटिकल चीफ इस्माइल हानिया की तेहरान में हुई हत्या के बाद से ही ईरान बदले की आग में जल रहा है।
इजराइल से बदला लेने के लिए ईरान ने पूरी प्लानिंग कर ली है। ऐसे में अब किसी भी वक्त मिडिल ईस्ट में युद्ध छिड़ सकता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान इजराइल पर अकेले हमला न करके प्रॉक्सी वार की तैयारी कर चुका है।
मतलब, ईरान ने भारी मात्रा में गोला बारूद अपने पड़ोसी देशों लेबनान, सीरिया, यमन के अलावा हिजबुल्ला और हूती विद्रोहियों को भेजा है।
ईरान से हमले का ऑर्डर मिलते ही उसकी मदद करने वाले सभी देश एक साथ इजराइल को दहलाने का प्लान बना चुके हैं।
हालांकि, मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव को देखते हुए अमेरिका ने साफ कह दिया है कि ईरान ने अगर कोई कदम उठाया तो उसे इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा।
वहीं, खबरें तो ये भी हैं कि ईरान की मदद के लिए रूस आगे आया है। उसने ईरान को हथियार मुहैया कराए हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गेलिक्स एयरलाइंस का एक रूसी IL-76TD कार्गो विमान 2 अगस्त को तेहरान एयरपोर्ट पर उतरा है। ये एयरलाइन हथियारों के ट्रांसपोर्ट का काम ही करती है।
बता दें कि ईरान ने यूक्रेन से जंग में रूस की काफी मदद की थी। ऐसे में माना जा रहा है कि ईरान की मुश्किल घड़ी में रूस उसका साथ जरूर देगा।