मिडिल ईस्ट में तनाव का माहौल है। ईरान और इजरायल की जंग की आशंका है। इजरायल के लिए सबसे बड़ा खतरा ईरान को माना जा रहा लेकिन उसके एक अन्य दुश्मन ने उसकी नींद उड़ा रखी है।
मिडिल ईस्ट के जानकारों का मानना है कि इजरायल को ईरान या हमास से नहीं बल्कि सबसे ज्यादा खतरा लेबनान के हिज्बुल्लाह संगठन से है। इजरायली उससे कभी सीधे नहीं उलझना चाहता है।
शनिवार देर रात हिजबुल्लाह ने इजरायल पर 50 रॉकेट दागे। द सन की रिपोर्ट के अनुसार, बकिंघम यूनिवर्सिटी के इंटेलिजेंस एक्सपर्ट प्रोफेसर एंथनी ग्लीस ने अगले 24 घंटे महत्वपूर्ण बताया है।
प्रोफेसर ग्लीस का मानना है कि अब ईरान या हिजबुल्लाह में से कोई इजराइल पर बड़ा हमला कर सकते हैं, जिससे मिडिल ईस्ट में खतरा बढ़ सकता है। हमला अप्रैल 2024 जैसा ही हो सकता है।
प्रोफेसर ग्लीस का कहना है कि ईरान, इजराइल पर सीधे हमला करने की बजाय हिजबुल्लाह की मदद ले सकता है, जो इजरायल के लिए वहां सबसे बड़ा खतरा है। यह हमास या हूतियों से भी मजबूत है।
हिजबुल्लाह के पास ज्यादा फंड, हथियार, लड़ाके हैं। वह इजरायल की उत्तरी सीमा पर है। हिजबुल्ला पत्थर भी फेंके तो वह इजराइल पर ही गिरता है। हिजबुल्लाह के रॉकेट हमले से तनाव भी बढ़ा है।
प्रोफेसर ग्लीस ने कहा कि जब वो इजरायल गए थे और सुरक्षा अधिकारियों से बात की थी, तब उन्होंने कहा था कि, 'ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं है, हम जिससे डरते हैं वह हिजबुल्लाह है।'
माना जाता है कि हिजबुल्लाह के पास 30,000 से 50,000 लड़ाके, 1.2 लाख से 2 लाख मिसाइलें, रॉकेट और ड्रोन हैं। इसे दुनिया का सबसे बड़ा और ताकतवर संगठन माना जाता है, जिस पर कंट्रोल नहीं।