तेहरान में हमास चीफ इस्माइल हानिया की हत्या के बाद से मिडिल ईस्ट में तनाव चरम पर है। सभी मुस्लिम देश इसके लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
वहीं, ईरान तो साफ कह चुका है कि इस हत्या के पीछे इजराइल है और उसे इसकी भारी कीमत चुकानी होगी। हालांकि, ईरान से पहले इजराइल पर किसी दूसरे देश ने हमला बोल दिया है।
दरअसल, रविवार सुबह लेबनान की ओर से इजराइल पर एक के बाद एक कई मिसाइलें दागी गई, जिससे तेल अवीव और दूसरे शहरों में सायरन बजने लगे।
हालांकि, इजराइल के आयरन डोम ने एक भी मिसाइल जमीन पर नहीं गिरने दी और सभी को हवा में ही मार गिराया। लेकिन इस हमले के बाद इजराइल में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया।
इजराइल ने अपने नागरिकों से बंकर में छुपने के लिए कहा है। साथ ही ये भी कहा है कि कम से कम 3 दिनों का राशन-पानी और जरूरी दवाइयां जरूर साथ रखें।
मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव को देखते हुए अमेरिका-ब्रिटेन ने अपने नागरिकों से लेबनान फौरन छोड़ने के लिए कहा है। भारत पहले ही अपने लोगों को लेबनान छोड़ने की एडवाइजरी जारी कर चुका है।
इजराइल पर हमले के बाद मिडिल ईस्ट में कभी भी युद्ध छिड़ सकता है। इजराइल ने भी ईरान और दूसरे इस्लामिक मुल्कों से होने वाले हमलों का जवाब देने हथियारों की तैनाती शुरू कर दी है।
इजराइल पर संभावित हमले को देखते हुए अमेरिका ने उसे मदद का भरोसा दिया है। अमेरिका ने भी मिडिल ईस्ट में अपने हथियारों की तैनाती बढ़ा दी है।