हेलिकॉप्टर क्रैश में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी (Ebrahim Raisi) की मौत हो गई है। उनके साथ हेलिकॉप्टर में विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन समेत 9 लोग थे।
ईरान में सबसे ताकतवर शख्स अयातुल्ला अली खामेनेई (Ali Khamenei) हैं, जो देश के सर्वोच्च नेता हैं। वो 1989 से इस पद पर बने हैं।
ईरानी प्रेसीडेंट इब्राहिम रईसी सबसे ऊंचे निर्वाचित शख्सियत थे। ईरान में सर्वोच्च नेता के बाद राष्ट्रपति का दूसरा नंबर आता है। उन्हें जनता सीधे तौर पर चुनती हैं।
ईरान का सबसे टॉप सुप्रीम लीडर हैं। 1979 में इस्लामिक गणराज्य बनने के बाद से अभी तक सिर्फ दो लोग ही बैठे हैं। पहला अयातुल्ला रुहोल्लाह खुमैनी और दूसरा अयातुल्ला अली खामेनेई।
ईरानी संविधान के मुताबिक, सर्वोच्च नेता ईरान की घरेलू-विदेशी नीतियों की दिशा तय करेगा। सर्वोच्च नेता ही सशस्त्र बलों का कमांडर-इन-चीफ भी होता है। युद्ध-शांति के फैसले वही लेता है।
ईरान के सर्वोच्च नेता के पास बाकी पदों पर रहते हुए लोगों को बर्खास्त करने की ताकत होती है। ईरान संसद की गतिविधियों की भी देखरेख करते हैं, 12 सदस्यों में से 6 की नियुक्ति कर सकता है
राष्ट्रपति ईरान के सर्वोच्च नेता के अंदर ही काम करता है। ईरानी राष्ट्रपति को जनता वोट के जरिए 4 साल के लिए चुनती है। कोई राष्ट्रपति लगातार केवल दो बार पद पर रह सकता है।
ईरानी राष्ट्रपति राज्य योजना और बजट के साथ देश के प्रशासनिक और सिविल सेवा मामलों के जिम्मेदार है। राज्य स्तर के मेडल और अवार्ड भी प्रेसीडेंट ही देता है।
राष्ट्रपति की मौत, बर्खास्तगी, त्यागपत्र या बीमारी में उप-राष्ट्रपति ही जिम्मेदारियां संभालता है। नए राष्ट्रपति को इसके लिए सुप्रीम लीडर की मंजूरी लेनी पड़ती है।