इजराइली सेना लेबनान में पहुंच चुकी है। मंगलवार सुबह IDF ने इसकी जानकारी दी। सोमवार रात दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकाने खत्म करने 'लिमिटेड' ग्राउंड ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
इजराइली सेना ने कहा, 'हिजबुल्लाह लड़ाके सीमा से सटे गांवों को अपना निशाना बना रहे हैं। इसकी ट्रेनिंग भी ली है। इस हमले की खुफिया जानकारी मिली है। अमेरिका को भी बता दिया है।'
न्यूज एजेंसी AP के अनुसार, इससे पहले 2006 में इजराइली सेना पहली बार लेबनान में घुसी थी। तब इजराइल-हिजबुल्लाह की जंग 33 दिनों तक चली थी और 1100 से ज्यादा लेबनानी की मौत हुई थी।
इजराइल के सरकारी टीवी चैनल KAN के अनुसार, IDF के ग्राउंड ऑपरेशन का मकसद हिजबुल्लाह की स्पेशल रदवान यूनिट का खात्म है। 30 जुलाई को रदवान यूनिट के चीफ फुआद शुकर मारा गया था।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इजराइल, लेबनान में मिलिट्री एक्शन ही चाहता था लेकिन अमेरिका ने मना कर दिया और ग्राउंड ऑपरेशन की सलाह दी, क्योंकि इससे मिडिल ईस्ट में बड़ी जंग शुरू हो सकती है।
हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के मारे जाने के बाद पहली बार संगठन के डिप्टी चीफ नईम कासिम ने जनता को संबोधित करते हुए इजराइल पर जनसंहार का आरोप लगाया और कहा-हम बदले नहीं हैं।'
इजराइल ने 2 महीने में ही हिजबुल्लाह की पूरी लीडरशिप ही खत्म कर दी है। 27 सितंबर को हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को मारा, जबकि 30 जुलाई को फुआद शुकर को मार दिया था।