47 दिनों से चल रही इजरायल-हमास जंग भले ही कुछ घंटो के लिए थम गई है, लेकिन इसने गाजा में भारी तबाही मचाई है।
पिछले डेढ़ महीने के दौरान Gaza में 14800 से ज्यादा लाशें बिछ गईं। हालांकि, अब कहीं जाकर हमास को अपने कदम वापस खींचने पड़े हैं।
यहां तक कि सीजफायर से एक दिन पहले तक इजराइली सेना ने हमास के आतंकियों समेत उसके 300 से ज्यादा मददगारों को ढेर किया है।
इजराइल ने साफ कहा है कि हमास अपने आतंकी मंसूबों को पूरा करने के लिए मासूम बच्चों को ढाल बनाता है। हमास के आतंकियों ने अल-शिफा अस्पताल के नीचे सुरंग बना रखी है।
इजराइली सेना को गाजा की एक मस्जिद से सुरंग शॉफ्ट और कई मिसाइलें मिलीं हैं। बता दें कि इजराइल ने गाजा की कई मस्जिदों को ध्वस्त कर दिया है।
वहीं, हमास का दावा है कि 47 दिनों की जंग में करीब 36,000 फिलिस्तीनी घायल हुए हैं। इसके अलावा 7,000 फिलिस्तीनी लापता हैं, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी हैं।
माना जा रहा है कि कई लोग अब भी इमारतों के मलबे में दबे हैं, जिसकी वजह से उनका कोई पता नहीं चल पा रहा है। इजराइल की बमबारी में Gaza की हजारों इमारतें जमींदोज हुई हैं।
हमास भले ही लंबी लड़ाई के दावे करता है, लेकिन हकीकत में वो पूरी तरह तबाह हो चुका है। यही वजह है कि अब हमास के पास घुटने टेकने के सिवाय कोई चारा नहीं बचा है।
यही वजह है कि हमास अब इजराइल के 50 बंधकों की रिहाई के लिए मान गया है। अब तक हजारों मौतों का गुनहगार हमास हमेशा खुद को बचाने के लिए मासूम बच्चों को ह्यूमन शील्ड बनाता रहा है।