हमास के साथ पिछले 17 महीनों से लड़ते-लड़ते इजराइल की हालत भी खस्ता हो चुकी है। उसे गोला-बारूद और दूसरे हथियारों में काफी पैसा खर्च करना पड़ा है।
इस बात का खुलासा Moody's ने अपनी एक रिपोर्ट में किया है। मूडीज ने कहा है कि लंबे समय से युद्ध लड़ते-लड़े इजराइल की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर हो चुकी है।
मूडीज की रिपोर्ट में बताया गया है कि जंग के चलते इजरायल की सुरक्षा और आर्थिक विकास को लेकर अनिश्चितता पहले से बहुत ज्यादा बढ़ गई है।
मूडीज ने कहा- जंग के चलते देश के हाईटेक सेक्टर को बड़ा खतरा है क्योंकि ये इजरायल की इकोनॉमी का अहम हिस्सा है और इससे सरकार को बड़ा टैक्स रेवेन्यू मिलता है।
बता दें कि 2024 में मूडीज और फिच दोनों एजेंसियों ने इजरायल की क्रेडिट रेटिंग घटाते हुए चेतावनी दी थी कि भविष्य में ये और नीचे जा सकती है।
सितंबर 2024 में मूडीज ने इजरायल की क्रेडिट रेटिंग घटाकर A2 से BAA1 कर दी थी। इसकी वजह सरकारी संस्थाओं की कमजोर होती गुणवत्ता और जंग के दौरान बढ़ते खर्च को बताया गया था।
25 मार्च को जारी रिपोर्ट में मूडीज ने कहा कि इजरायल की रेटिंग अब भी खतरे में है। अगर उसके आर्थिक हालात नहीं सुधरे तो इसमें आगे और गिरावट देखने को मिल सकती है।
मूडीज ने कहा- इजरायल को गंभीर राजनीतिक और सिक्योरिटी रिस्क का सामना करना पड़ रहा है। देश के पॉलिटिकल सिस्टम में भिन्नता है, जिससे चलते सरकारी नीतियां लागू करना मुश्किल हो रहा है।
किसी भी देश की क्रेडिट रेटिंग घटने से सरकार, बिजनेस और आम लोगों के लिए लोन लेना महंगा हो जाता है। इजराइल के वित्त मंत्री ने कहा-जानबूझकर इजरायल की स्थिति को खराब बताया जा रहा है।